- सर्राफा व्यापारी हत्याकांड में वांछित थे आरोपी, एसपी सिटी ने किया खुलासा
- मुठभेड़ में एक दरोगा भी घायल
आंवला, बरेली। आंवला पुलिस ने आंवला के मोहल्ला वाग वख्शी निवासी सर्राफा व्यापारी की गोली मारने की घटना में सम्मिलित दो लोगों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है।आंवला कोतवाली पुलिस बदायूं रोड पर चेकिंग अभियान चला रही थी। तभी मोटरसाइकिल पर दो लोग आते दिखे। जिन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस द्वारा की गई जवाबी फायरिंग में दोनों के पैरों में गोली लगी। आंवला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर न होने पर उन्हें भमोरा भेजा गया जहां से उन्हें बरेली रेफर कर दिया गया। घायल आरोपियों में बजरुल पुत्र मेराज निवासी इस्माइलपुर थाना कादरचौक, हाल निवासी ग्राम सैदपुर थाना बजीरगंज जिला बदायूं व लईक पुत्र उन्मत शाह निवासी मानकपुर थाना उझानी जिला बदायूं हैं। उक्त बदमाशों के खिलाफ जनपद बदायूं के कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस चौकी से मात्र सौ मीटर पर दिया था घटना को अंजाम
कुछ दिन पहले आंवला पुलिस चौकी से मात्र सौ मीटर दूरी पर अज्ञात चोरों द्वारा मकान के ताले तोड़ कर चोरी करने का प्रयास किया गया था। ताला टूटने का शोर होने पर पड़ोस में रहने वाले सर्राफा व्यापारी श्रीकांत पाटिल ने उक्त चोरों का विरोध किया था और एक चोर को पकड़ लिया था। पकड़े जाने से बौखलाए बदमाशों ने श्रीकांत पाटिल के गोली मार दी थी और फरार हो गए थे। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य लेकर गई।जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए बरेली रेफर किया गया था।कुछ दिनों उपचार चलने के दौरान उनकी मौत हो गई।
व्यापारी की मौत के बाद आक्रोशित व्यापारियों ने बंद किया था बाजार
श्रीकांत पाटिल की मौत होने पर सुनील गुप्ता, अमित शर्मा, वरूण अग्रवाल, विजय गुप्ता आदि आक्रोशित व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया था और पूरे आंवला का बाजार बंद कर दिया था। व्यापारियों द्वारा बाजार बंद करने की जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री व आंवला विधानसभा से विधायक धर्मपाल सिंह मृतक व्यापारी के घर पहुंच गए
और उसके परिवार को ढांढस बंधाया। व्यापारियों ने धर्मपाल सिंह का घेराव कर मांग करते हुए कहा कि कई दिन बीतने के बाद भी आंवला पुलिस घटना का खुलासा नहीं कर पाई है और तो और अभी यह भी पता नहीं लगा पाई कि घटना में सम्मिलित बदमाश थे कौन। आंवला कोतवाल सिद्धार्थ सिंह तोमर को आंवला से हटाया जाए। कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने 48 घंटे का आश्वासन दिया था।तब व्यापारियों ने बाजार खोला था।
खुलासा न होने पर बदले कोतवाल
48 घंटे पूर्ण होने और घटना का खुलासा न होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने आंवला के इंस्पेक्टर सिद्धार्थ सिंह तोमर को बदलकर उनकी जगह मीरगंज थानाध्यक्ष रहे कुंवर बहादुर सिंह को तैनात कर दिया। शालिग्राम नाम के व्यक्ति के द्वारा कराई गयी एफआईआर के आधार पर घटना में सम्मिलित लोगों की संख्या तीन बताई गई थी।जिनमें से आंवला पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए बदमाश अस्पताल में उपचाराधीन हैं। मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश की गोली एस आई रहमत अली के कंधे को छूती हुई निकल गयी।
बदमाशों को पकड़ने वाली टीम में रहे सम्मिलित
मुठभेड़ के दौरान कोतवाल कुंवर बहादुर सिंह, आंवला चौकी इंचार्ज सतीश कुमार, एसआई नीतीश कुमार, रहमत अली, एसआई दुष्यंत गोस्वामी, हेड कांस्टेबल अरुण कुमार, सचिन कुमार, गोविंद, विवेक राणा आदि पुलिसकर्मी सम्मिलित रहे।
एसपी सिटी मानुष पारीक ने खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस व एसओजी की टीम घटना में सम्मिलित लोगों की सरगर्मी से तलाश कर रही थीं। आंवला बदायूं मार्ग पर चेकिंग के दौरान दो आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया है। जल्द ही तीसरे व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।