छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में सड़क हादसे में पैर गंवाने के बाद सुखदेव राठिया को पढ़ने-लिखने में रुचि है। वह भी पढ़ लिख कर शिक्षक बनना चाहता है। उसके शिक्षक बनने के जज्बे ने उसे स्कूल से कॉलेज तक तो पंहुचा दिया। लेकिन अब 30 किलोमीटर दूर कॉलेज जाने में असमर्थ है। जिसके चलते बुधवार को सुखदेव ने कलेक्टर साबेह से ट्राई मोटरसायकिल दिलवाने की गुजारिश की हैl
उल्लेखनीय है कि रायगढ़ जिले के लैलूंगा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम मुस्कटी के रहने वाला सुखदेव राठिया वर्ष 2014 के एक सड़क हादसे में दोनों पैर गंवा चुका है। पैर नहीं होने के बावजूद कभी परिजन तो कभी किसी दोस्त के सहारे उसने पढ़ाई जारी रखते हुए स्कूली शिक्षा पूरी कर ली है। वर्तमान में लैलूंगा के कॉलेज में सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा है। चूंकि उसके गांव से लैलूंगा की दुरी 30 किलोमीटर है लिहाजा अब उसे आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
शिक्षक बनने का सपना देख रहे सुखदेव ने बताया कि ट्राई मोटरसाइकिल मिलने से उसकी आवाजाही आसान हो जाएगी। वह इस मांग को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने पर सुखदेव ने आज कलेक्टर को आवेदन देकर ट्राई मोटरसाईकिल दिलाने की मांग की है। इस पर रायगढ़ कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने आश्वासन दिया कि जब ट्राई मोटरसाइकिल योजना के तहत वाहन उपलब्ध होगा तो सुखदेव को प्राथमिकता से दी जाएगी।