
- होमगार्ड विभाग से मांगी RTI से निजी सूचना
- तो मिला कारण बताओ नोटिस किया ड्यूटी से प्रतिबंधित
लखनऊ । होमगार्ड विभाग के अवैतनिक स्वयंसेवकों पर मनमाने तरीके की करवाई पर सवाल उठाए रहे हैं। एक तरफ जहां फर्जी ड्यूटी दिखा कर सरकारी पैसों के हेर- फेर के आरोप लग रहे हैं। वहीं अवैतनिक स्वयंसेवकों के अधिकारों के हनन का भी मामला सामने आया है।
पीड़ित होमगार्ड स्वयंसेवक शिकायत कर्ता आशीष सिंह ने दैनिक भास्कर को अपनी आप बीती बताई है। यहhहै पूरा मामला आशीष ने होमगार्ड विभाग से अपने व्यक्तिगत 6 बिंदुओं पर जन सूचना अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी। 40 दिनों तक जानकारी नहीं मिली। उसके बाद आशीष ने अपील करते हुए पुनः अपनी व्यक्तिगत जानकारी मांगी। लेकिन फिर भी जानकारी नहीं मिली। और उल्टा आशीष पर मनगढ़ंत धमकाने के आरोप लगाते हुए आशीष को वाट्सएप के माध्यम से कारण बताओ नोटिस भेजा कर तत्काल प्रभाव से ड्यूटी करने से प्रतिबंधित कर दिया।

आशीष सिंह ने खुद पर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए होमगार्ड विभाग से सबूत की मांग की है। और आशीष ने होमगार्ड विभाग से मिले प्रशस्ति पत्र, अच्छे कार्यों से संबंधित मिले पुरस्कृत धनराशि और सम्मानित पुरस्कारों का भी ज़िक्र किया है। और खुद को निर्दोष बताते हुए जनसूचना के तहत पूरी जानकारी और ड्यूटी पर वापसी की मांग की है।
वहीं इस पूरे मामले पर फोन के माध्यम से मंडलीय अधिकारी संजय सिंह से बात- चीत में बताया गया है। की ऑफिस के दस्तावेज देखकर ही कुछ कह सकूंगा। फ़िलहाल इस पूरे मामले पर आगे क्या होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा