
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इन खुलासों के बीच राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी की प्लानिंग की परतें एक के बाद एक खुलती जा रही हैं। राजा की हत्या के मामले में पुलिस ने सोनम रघुवंशी और सोनम के प्रेमी राज कुशवाहा समेत कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को इस मामले की जांच के दौरान पता चला है कि सोनम से राजा की हत्या के कम-से-कम 5 प्लान बनाए थे।
3 प्लान फेल होने के बाद चौथी बार में सोनम अपने साथियों के साथ मिलकर राजा की हत्या करने में सफल हुई थी। सोनम ने अपने प्रेमी व अन्य लोगों के साथ मिलकर सोहरा में एक वॉटर फॉल के पास राजा की हत्या कर उसके शव को गहरी खाई में फेंक दिया था। इसके बाद वह खुद को भी मरा हुआ घोषित कर अपने प्रेमी के साथ बाकी की ज़िंदगी काटनी चाहती थी। इस लेख में जानें कैसे शुरू हुई सोनम की राजा की हत्या करने की प्लानिंग और कैसे उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
खुद को मृत साबित करना चाहती थी सोनम
सोनम इस हत्या के कई दिनों बाद लगभग बेहोशी की हालत में यूपी के गाजीपुर में मिली थी।शुरुआत में सोनम इसे लूटपाट की घटना बता रही थी। उसने खुद के अपहरण की भी कहानी गढ़ी। लेकिन इसके बाद आरोपियों को शिलॉन्ग ले जाया गया और वहां सोनम और राज का पुलिस ने आमना-सामना कराया तो सोनम टूट गई और उसने राजा की हत्या का जुर्म कबूल कर लिया है और इसकी पूरी कहानी पुलिस को बता दी है।
राजा को सोनम हनीमून के बहाने मेघालय लाई थी और यहीं पर साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। सोनम ने खुद को भी मृत साबित करने का प्लान बनाया था। पुलिस के मुताबिक, सोनम ने एक महिला की हत्या की साज़िश रची और उसका प्लान था कि वो महिला को मारकर स्कूटी के साथ जला देगी या उसे नदी में बहा देगी। सोनम चाहती थी कि पुलिस गुमराह हो जाए कि राजा के साथ-साथ किसी ने उसकी भी हत्या कर दी है।
सोनम ने शादी टालने की बनाई थी योजना
सोनम और उसके साथियों ने जिस जगह राजा की हत्या की थी अगर वो इससे बच भी जाता तो भी सोनम के पास अगले प्लान तैयार थी। राजा को रास्ते से हटाने के लिए सोनम से एक, दो नहीं बल्कि पांच प्लान बनाए थे। पहले तो सोनम और राज ने पूरी कोशिश की कि किसी भी तरह से इस शादी को टाला जा सके। सोनम ने कथित तौर पर अपनी मां को अपने और राज के रिश्ते की बात भी बताई लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। बीते 11 मई को सोनम और राजा की शादी हुई थी। शादी के 2-3 बाद ही सोनम ने हत्या की प्लानिंग शुरू कर दी थी। पुलिस को सोनम और राज की चैट मिली जिसमें सोनम ने लिखा कि राजा उसके करीब आ रहा है जो उसे बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा है। इसके बाद दोनों ने मेघालय ले जाकर राजा को मारने की प्लानिंग बनाई।
चौथी बार में सफल हुई सोनम
राजा रघुवंशी की हत्या के पीछे एक बेहद सोची-समझी और सुनियोजित साजिश रची गई थी। पूर्वी खासी हिल्स के SP विवेक सायम ने खुलासा किया था कि इस साज़िश की शुरुआत गुवाहाटी से हुई।
पहली कोशिश गुवाहाटी में-
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हत्यारों ने सबसे पहले राजा को असम की राजधानी गुवाहाटी में मारने की योजना बनाई थी। लेकिन वहां पर परिस्थितियां उनके अनुकूल नहीं मिल सकीं और हत्यारे इस साजिश को अंजाम नहीं दे पाए।
दूसरी कोशिश नोंग्रियात में-
गुवाहाटी में असफल होने के बाद आरोपियों ने योजना बनाई कि राजा की हत्या मेघालय के खूबसूरत लेकिन सुनसान इलाके नोंग्रियात (Nongriat) में की जाए। राजा और सोनम पर्यटन के लिए मशहूर डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज देखने के लिए नोंग्रियात पहुंचे थे और वहीं राजा को मारने का प्लान था, लेकिन वहां शव को छिपाने या ठिकाने लगाने के लिए कोई ठीक जगह नहीं मिल पाई जिसके चलते एक बार फिर आरोपियों को अपनी योजना टालनी पड़ी।
तीसरी कोशिश मावलखियात और वेईसावडोंग के बीच-
हत्या की अगली कोशिश मावलखियात और वेईसावडोंग के बीच के क्षेत्र में की गई। आरोपियों ने योजना बनाई कि जब राजा शौच के लिए बाहर जाएगा, उस समय उसे मार दिया जाएगा। यह योजना भी अंततः सफल नहीं हो सकी क्योंकि मौके पर खतरा ज़्यादा था और आरोपियों को डर था कि वे पकड़े जा सकते थे।
वेईसावडोंग में आखिरी वार-
लगातार तीन बार असफल रहने के बाद, आखिरकार हत्यारों ने चौथी बार सोहरा के वेई सावडोंग (Weisawdong) में अपने मंसूबे को अंजाम दिया। उन्होंने राजा को एक सुनसान स्थान पर बुलाया और बारी-बारी से उस पर हमला कर वहीं उसकी निर्मम हत्या कर दी। हत्या के बाद राजा के शव को गहरी खाई में धकेल दिया गया जहां से पुलिस को 2 मई को शव बरामद हुआ था।
पांचवां प्लान भी था तैयार
वेईसावडोंग में राजा की हत्या का चौथा प्लान भी अगर फेल हो जाता तो सोनम ने पांचवां प्लान भी तैयार किया हुआ था। यदि वे सोहरा में राजा की हत्या करने में असफल रहते, तो वे उसे एक और ‘घूमने के बहाने’ डावकी ले जाते। डावकी, शिलांग से लगभग 80 किलोमीटर दूर स्थित है और यह क्षेत्र बांग्लादेश की सीमा के बेहद करीब है। यहां पर उमनगाट नदी बहती है। आरोपियों की साजिश थी कि घूमने के बहाने राजा को डावकी ले जाएंगे और वहां ले जाकर उसकी हत्या कर देंगे। आरोपियों का प्लान था कि वे शव को उमनगाट नदी में फेंक देंगे।
सोनम की योजनाओं से यह बिल्कुल साफ पता चलता है कि उसने सोच समझकर बारीकी से और सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस हत्या की प्लानिंग की थी। लेकिन जैसा की कहते हैं हर बुराई का अंत होता है, सोनम के साथ भी वैसा ही हुआ, खुद की बचाने की उसकी कोशिश धरी रह गई और पुलिस ने उसे व उसके साथियों को हवालात में पहुंचा दिया है। राजा रघुवंशी के परिवार को अब उम्मीद है कि उन्हें उनके बेटे की हत्या के बाद न्याय मिल जाएगा।