
झांसी। नवाबाद थाना क्षेत्र के मैरी गांव में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां शादी के महज पांच महीने बाद ही एक विवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना से पूरे परिवार में कोहराम मच गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है।
पति के साथ सोने के बाद उठकर दी जान
मृतका की पहचान बीरवती देवी (23 वर्ष) निवासी डोंगरी गांव, थाना रक्सा के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की रात बीरवती अपने पति छोटू आदिवासी के साथ कमरे में सोई थी। दोनों ने शाम को भोजन किया और करीब सात बजे सो गए। उसी घर में एक राजमिस्त्री भी अपने परिवार के साथ दूसरे कमरे में ठहरा था।
रात करीब 11 बजे जब छोटू के मोबाइल में अलार्म बजा तो उसकी नींद खुली। वह उठकर देखता है कि पत्नी बिस्तर पर नहीं है। तलाश करने पर बीरवती पंखे के कुंडे से साड़ी के सहारे फंदे पर लटकी मिली। छोटू ने शोर मचाया तो राजमिस्त्री और उसके परिवारजन पहुंचे और महिला को नीचे उतारा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
फोरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने कमरे से साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
मृतका के जीवन की कहानी
पुलिस जांच में सामने आया कि बीरवती की पहली शादी करीब छह साल पहले मध्य प्रदेश के नौबर्ड गांव में हुई थी। लेकिन शादी के एक साल बाद ही उसके पहले पति की बीमारी से मौत हो गई थी। इसके बाद बीरवती का परिचय अपने भाई विजय के माध्यम से छोटू आदिवासी से हुआ। छोटू विजय के पास मजदूरी करता था।
करीब एक साल पहले विजय की पत्नी बीमार हुई थी और खून चढ़ाने की जरूरत पड़ी थी। उस समय छोटू ने रक्तदान किया और वहीं उसकी मुलाकात बीरवती से हुई। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और रिश्ते ने प्यार का रूप ले लिया। परिवार की रजामंदी से दोनों का विवाह 17 मार्च 2025 को हुआ था। तब से दोनों एकसाथ रह रहे थे।
परिजनों ने जताई संदिग्ध मौत की आशंका
बीरवती के भाई विजय का कहना है कि बहन परिवार में अकेली लड़की थी। जिस कमरे में उसने फांसी लगाई, वहां पंखे का कुंडा जमीन से 8-9 फीट ऊंचा है। वह वहां तक कैसे पहुंची, यह स्पष्ट नहीं है। परिवार को मौत संदिग्ध लग रही है। उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
पुलिस की प्रारंभिक जांच
ग्रामहोम सिटी चौकी इंचार्ज शिवपाल सिंह ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। परिजनों ने बताया कि बीरवती कुछ समय से मानसिक रूप से अस्थिर थी और पहले भी कई बार मरने की बात कह चुकी थी। फिलहाल परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है। पुलिस ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि होगी।