मसूरी। पहाड़ों की रानी मसूरी में निवास करने वाले भोटिया व तिब्बती समुदाय के लोगों ने लोसर पर्व धूमधाम से मनाया। इस मौके पर दोनों ही समुदाय के लोगों में खासा उत्साह देखा गया। पर्व का समापन दलाई हिल में पारंपरिक हवन के साथ हो गया।
बौद्ध धर्म को मानने वाले भोटिया व तिब्बती समुदाय का नया वर्ष शुरू हो गया है जिस पर वह दीवाली व होली एक साथ मनाते हैं। यह पर्व तीन से चार दिनों तक चलता है जिसमें पहले से ही घरों की साफ सफाई कर रंग रोगन कर रात को प्रकाश की व्यवस्था की जाती है। इस मौके पर विशेष पकवान भी बनाये जाते हैं। इस पर्व पर भोटिया व तिब्बती समुदाय के लोग भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना पुराने साल को हंसी खुशी विदाई देकर नये साल का जोरदार स्वागत करते हैं ताकि परिवार के लिए नया वर्ष सुख समृद्धि लेकर आये। इस मोके पर जहां आटे की होली खेली जाती है, वहीं रात को जमकर आतिशबाजी भी की गई। एक दूसरों के घरों में जाकर नये साल की बधाई दी व मेहमानदारी का आनंद लिया। इस अवसर पर हैप्पीवैली स्थित बौद्ध मंदिर में विशेष पूजा अर्चना का कार्यक्रम किया गया जिसमें बड़ी संख्या में तिब्बती समुदाय के लोगों ने प्रतिभाग किया। पर्व के अंतिम दिन दलाई हिल में तिब्बती परंपरा के अनुसार हवन किया गया व नये साल में खुशहाली की कामना की गई।
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