कोलकाता : पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को जो भाजपा से लड़ना चाहते हैं, उन्हें एक साथ चलना चाहिए. उन्होंने कहा कि ‘बेकार बैठे’ रहने और कांग्रेस का इंतजार करने का कोई फायदा नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी विश्वसनीयता खो रही है, कांग्रेस पर निर्भर नहीं रह सकते.
वह पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा विधानसभा में 2022-23 वित्तीय वर्ष के लिए राज्य का बजट पेश करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रही थीं. ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कांग्रेस चाहे तो हम सब मिलकर (2024 का आम चुनाव) लड़ सकते हैं. अभी के लिए आक्रामक न हों, सकारात्मक रहें. यह जीत (4 राज्यों में विधानसभा चुनाव) भाजपा के लिए एक बड़ी क्षति होगी. ममता बनर्जी ने कहा कि 2022 के चुनाव परिणाम 2024 चुनावों के भाग्य का फैसला करेंगे यह कहना अव्यावहारिक है.
इसी क्रम में उन्होंने कहा कि गोवा में पार्टी की शुरुआत के तीन महीने के भीतर तृणमूल कांग्रेस को 6 फीसद वोट मिले, यह काफी है. सीएम बनर्जी ने कहा कि चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत ‘जनादेश का सही प्रतिबिंब नहीं’ है. ममता बनर्जी ने इसके साथ ही भाजपा पर चुनावी मशीनरी का उपयोग करके वोट लूटने का आरोप भी लगाया.
उन्होंने कहा, ‘कुछ राज्यों में जीत हासिल करने पर पार्टी (भाजपा) को अधिक हल्ला नहीं करना चाहिए. यह जीत लोगों के जनादेश का सही प्रतिबिंब नहीं है. यह फैसला वोटों को लूटने के लिए चुनावी मशीनरी के खुले तौर पर इस्तेमाल के कारण है.’ बनर्जी ने कहा, ‘अखिलेश यादव (समाजवादी पार्टी के) जनादेश के कारण नहीं बल्कि वोटों की लूट के कारण हारे हैं.’
समाजवादी पार्टी (सपा) के नेतृत्व वाले गठबंधन को पछाड़ते हुए भाजपा ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश में सत्ता बरकरार रखी. भाजपा ने इसके साथ ही उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में भी सत्ता बरकरार रखी, वहीं, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब में तीन-चौथाई बहुमत हासिल करते हुए शानदार जीत दर्ज की. बनर्जी ने भाजपा नेताओं के एक वर्ग के इन दावों को भी खारिज कर दिया कि चार राज्यों में जीत 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए लोगों की मनःस्थिति को दर्शाती है. उन्होंने कहा, ‘भाजपा को दिवास्वप्न देखना बंद कर देना चाहिए.’