
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को जिले की सिराथू विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया. डिप्टी सीएम के नामांकन कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पहुंचे. कलेक्ट्रेट में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के नामांकन पत्र दाखिल करते समय जेपी नड्डा मौजूद रहे. इसके बाद जेपी नड्डा रोड शो करते हुए जनसभा स्थल पहुंचे. जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा.
जेपी नड्डा ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि 2007 में गोरखपुर में हुए बम ब्लास्ट के आरोपियों के केस को अखिलेश यादव बतौर मुख्यमंत्री रहते हुए वापस लेने का फैसला निर्णय लिया था. बाद में हाई कोर्ट ने उन्हें इस फैसले को लेने का कोई अधिकार न होने की बात कह उन पर केस चलाया. उन्होंने कहा कि जिन आरोपियों के अखिलेश यादव केस वापस ले रहे थे उन्हें हाईकोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आगे कहा कि दिसंबर 2007 में रामपुर में सीआरपीएफ के कैंप में उग्रवादियों का हमले हुए. इस हमले में 7 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए. तब उत्तर प्रदेश की पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की. जिस पर एनआईए ने कार्रवाई करते हुए लश्कर-ए-तैयबा के इंडियन चीफ सहाबुद्दीन को गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर 7 अन्य लोगों की गिरफ्तारी हुई. इस दौरान उन्होंने कहा कि जो लोग आतंकवादियों का साथ दे देते हैं, ऐसे लोगों के हाथ में उत्तर प्रदेश की बागडोर मत सौंपना.
जेपी नड्डा ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘जब हम भाजपा, अपना दल और निषाद पार्टी की बात करते हैं तो हमें ये ध्यान में रखना चाहिए कि हमारा उद्देश्य सिर्फ कुर्सी पर बैठना नहीं है, बल्कि भाजपा विचारों की पार्टी है. सत्ता में आते ही उस विचार को साकार करने वाली पार्टी है.’ उन्होंने कहा कि ‘हम मंदिर बनाने के लिए लगे हुए थे, लोग मंदिर को अटकाने के लिए लगे हुए थे. आज विपक्षी मंदिरों में जा रहे हैं, कोई घंटी बजा रहा है तो कोई चंदन लगा रहा है. ये वही राजनीतिक दल है जिन्होंने कारसेवकों पर गोली चलवाई थी.