गजब: बर्खास्त लाइनमैन पर महरबान जेई, जारी कर दिया वेतन -डेढ़ दशक से सिविल लाइन बिजलीघर पर जमे आउटसोर्सिंग लाइनमैन पर 5 मार्च को गिरी थी गाज

लियाकत मंसूरी

__मेरठ। ऊर्जा भवन में कार्यरत बिजली अधिकारी अपने ही विभाग को कलंकित करने की कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पूर्व आउटसोर्सिंग लाइनमैन गुलाब सिंह का प्रकरण लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। उक्त लाइनमैन का सिविल लाइन बिजलीघर से और सिविल लाइन बिजलीघर के अधिकारियों का लाइनमैन से मोहभंग होने का नाम नहीं ले रहा है। 5 मार्च को बर्खास्त हो चुके लाइनमैन पर जेई महरबान है। अब जेई 31 मार्च तक का वेतन बर्खास्त लाइनमैन को दिलवा रहा है। इसमें कमाल ये कि उपस्थिति रजिस्टर में लाइनमैन की हाजिरी शून्य हैं। गौरतलब हो कि गत 3 मार्च को शोषित क्रांति दल की महानगर यूनिट ने बिजली विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार, अवैध कार्य और उपभोक्ताओं के उत्पीड़न के खिलाफ मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरना दिया था। जिससे घबराकर आनन-फानन में अधिशासी अभियंता सोनू रस्तोगी के निर्देश पर करीब डेढ़ दशक से सिविल लाइन बिजली घर पर जमे आउटसोर्सिंग लाइनमैन गुलाब सिंह को तत्काल बर्खास्त कर दिया था। बर्खास्त होने के बाद भी लाइनमैन अधिकारियों के सामने लगातार बिजलीघर पर जाता रहा और सरकारी कार्य निपटाता रहा। वह अन्य लाइनमैन को खुलेआम दिशा निर्देश देता रहा। जब इस संबंध में शोषित क्रांति दल द्वारा आपत्ति जताई गई तो अधीक्षण अभियंता शहर विजयपाल ने कहा, बिजली घर पर नोटिस चस्पा करवा दिया जाएगा, तब भी नहीं रुकता तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। हालांकि, अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। व्यक्तिगत तौर पर बुला रहे जेई: एसडीओ इस बारे में एसडीओ जितेंद्र वर्मा ने बताया कि जेई व्यक्तिगत तौर पर उसे बुला रहे हैं, जरूरी सरकारी कार्य निपट जाने के बाद लाइनमैन बिजलीघर नहीं आ पाएगा। शुक्रवार को सिविल लाइन जई गोपीचंद ने आउटसोर्सिंग्स लाइनमैन की उपस्थिति का विवरण वेतन हेतु कंपनी को भेजा है, जिसमें बर्खास्त लाइनमैन गुलाब सिंह का भी नाम है, जिसमें जेई गोपीचंद ने गुलाब सिंह को 31 मार्च तक बिजलीघर पर उपस्थित दिखाया है, जबकि उपस्थिति रजिस्टर में उसकी हाजिरी शून्य हैं। गड़बड़झाले के विरोध में करेंगे आंदोलन आखिर जेई व अन्य अधिकारियों की क्या मजबूरी है कि वह इस तरह का गड़बड़झाला कर रहे हैं। बता दें कि शोषित क्रांति दल की महानगर यूनिट ने बिजली विभाग के कारनामों के खिलाफ मुख्य अभियंता मेरठ जोन के कार्यालय और 21 मार्च को ऊर्जा भवन पर धरना प्रदर्शन कर सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा था। अब शोषित क्रांति दल का कहना है कि 2 दिनों के भीतर यदि ज्ञापन पर कार्यवाही नहीं की गई तो आंदोलन करेंगे।

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