औरैया सरकार द्वारा जिले में अधिकांश ग्राम पंचायतों में गौशालाएं बनाकर आवारा गोवंश को गौशालाओं में आश्रय देने और सड़कों पर एक भी आवारा गोवंश नजर न आने के संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए जाने के बावजूद आवारा गोवंश सरेआम लाखों रुपए की लागत व मेहनत से उगाई गई किसानों की फसलें उजाड़ रहे हैं। वहीं इन गोवंश के सड़कों पर स्वच्छंद विचरण करने से वाहन दुर्घटनाएं भी हो रही है जिससे शासन के निर्देश जहां धूल चाट रहे हैं वहीं अधिकारियों की नियत पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहा है।
यूं तो शासन द्वारा पिछले कई वर्षों से आवारा गोवंश को गौशालाओं में आश्रय देने के लिए ग्राम पंचायतों में अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल बनवाकर सभी गोवंशो को गौशालाओं में आश्रय दिलाने के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं लेकिन औरैया जिले में हालत यह है कि आवारा गोवंश के झुंड के झुंड किसानों की लाखों रुपए की लागत और मेहनत से उगाई गई फसलों को खाकर और तहस नहस कर बर्बाद कर रहे हैं।
बिकूपुर मुर्चा रावतपुर कटरानकी भाईपुर पुर्वा पट्टी हमीरपुर पुर्वा कमल सिंह सरैया भौराजपुर बिमटामऊ तुलसीपुर चपोरा रामपुर बामपुर सरायं रुपपुर बरुआ सुखचैनपुर मड़ैया हथनापुर खरगपुर बांधमऊ बसई भटपुरा पसुआ धनवाली कुसमरा बढिन कटैया हरदू कैथावा उसराहा इंदपामऊ कुदरकोट वैवाह रामगढ़ हरचंदपुर लज्जानगर बेला ऐरवाकटरा सहार अछल्दा अजीतमल भाग्यनगर सहार लज्जानगर कंचैसी अटसू धनवाली कुसमरा लुधपुरा असजना डोंडापुर तुलसीपुर रामनगर बराहार बंथरा मऊ कछपुरा गूरा साहसपुर बमुराहा चिरकुआ सामपुर भसोरा दखनाई उमरैन याकूबपुर चंदरपुर सिंगी सिवरा कीरतपुर भिखरा पुर्वा पीताराम रुरूगंज भगवानपुरा रुरुकला आदि गांवों कस्बों में आवारा गोवंश का भारी आतंक है। आवारा गोवंश के झुंड के झुंड किसानों के खेतों में घुसकर किसानों की लाखों रुपए की लागत व मेहनत से उगाई फसलें उजाड़ कर उनके अरमानों पर पानी फेर रहे हैं वहीं आवारा गोवंश के सड़कों पर स्वच्छंद विचरण करने से राहगीर परेशान हो रहे हैं।
इन आवारा गोवंश से सड़कों पर वाहन दुर्घटनाएं भी बढ़ गई है। सबसे दिलचस्प और गौरतलब बात तो यह है कि अधिकांश ग्राम पंचायतों में गौशालाएं तो बनाई गई है लेकिन ज्यादातर गौशालाओं में सिर्फ इक्का-दुक्का गोवंश ही आश्रय पाते नजर आ रहे हैं और जो गोवंश गौशालाओं में आश्रय पा रहे हैं वह भी आए दिन भूख प्यास से तड़प तड़प कर दम तोड़ते देखे जाते हैं इसके बावजूद संबंधित अधिकारी गौशालाओं में गोवंश की दुर्दशा पर पर्दा डालते नजर आते हैं। जिले के जागरूक लोगों ने आवारा गोवंश को गौशालाओं में आश्रय दिए जाने के किए जा रहे सरकारी दावों की हकीकत की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है।