अयोध्या : विकास के चलते धूल से नगर निवासियों का जीना हुआ दुश्वार

अयोध्या। अयोध्या विकास के ढुलमुल रवैये से खुदी सड़कों व सीवर लाइन केधीमी गति के पड़ते जहां एक ओर जाम की समस्या से जनजीवन अस्तव्यस्त है वहीं दूसरी तरफ खुदाई के चलते उड़ती धूल से अधिकतर शहरवासी धूल फांकने को मजबूर हैं। कारण देखने मे आ रहा है जहां सरकार के विभिन्न मंत्रियों के रोज दौरे के साथ मुख्यमंत्री सहित विभिन्न जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा माह जनवरी तक सभी निर्माण कार्य पूरा कर राममंदिर का उद्घाटन करने संबंधी निर्देश दिए जाते रहते हैं वहीं दूसरी तरफ तीन शिफ्टों में कार्य करने के निर्देश के बाद भी बड़े स्तर पर खुदाई कार्य सिर्फरात में ही होते देखा जा सकता है, दिन के कार्य मे कहीं कहीं ही लेबर कार्य करते दिखाई पड़ते हैं।

हालात बद से बदतर नजर आ रहे हैं, यहाँ तक धूल से बचाव के चलते अधिकारियों द्वारा बंद एसी गाड़ी में घूम कर नाममात्र का सर्वेक्षण कार्य कभी कभी दिखाई पड़ता है। वैसे कुछ वीआईपी इलाके में कहीं कहीं नगरनिगम द्वारा टैंकर से पानी डालकर कुछ हद तक धूल को दबाने का कार्य कभी कभी कर दिया जाता है। विकास के चलते जहां एक तरफ पूरा शहर धूल फांकने को मजबूर है, जाम की समस्या से रोजगार लगभग ठप्प सा है, वहीं दूसरी तरफ सीवर लाइन की खुदाई के चलते वाटर सप्लाई पाइप कट जाने से कई मुहल्ले के लोग बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं।

अधिकारी व नवनिर्वाचित पार्षद काम होने का बहाना बता कर पल्ला झाड़ने का कार्य करते हैं । सवाल खड़ा होता है हो रहे विकास कार्यों के संबंध में मुख्यमंत्री के आदेशों के बावजूद जरूरत से कई गुना कम लेबर लगाकर आखिर प्रशासन कैसे विकास कार्य माह जनवरी तक पूर्ण करायेगा, और कैसे शहर के लोग तमाम समस्याओं से निजात पाएंगें।

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