बहराइच। कृषि विभाग बहराइच के तत्वावधान में सांवरिया रिसार्ट लखनऊ रोड बहराइच में आयोजित 01 दिवसीय उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरोद्वार कार्यक्रम के अन्तर्गत स्कूल करीकुलम के माध्यम से अध्यन तथा परीक्षण कार्यक्रम का डीएम मोनिका रानी ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इसके पश्चात् कार्यक्रम स्थल पर स्टैन्डी के माध्यम से लगाये गये ज्वार, बाजरा, कोदो, सांवा के श्रीअन्न (मिलेट्स) की प्रदर्शनी को देखा।
कार्यक्रम में उपस्थित इण्टर कालेज के अध्यापको को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि आज हमारे जीवन में श्री अन्न का अत्यन्त महत्व है, इसी लिए इसे सुपरफूड भी कहते है। वर्तमान जीवन शैली में स्वस्थ्य रहने के लिए अपनाना होगा श्री अन्न। उन्होनें उपस्थित अध्यापकों से अपेक्षा किया कि वे श्री अन्न के महत्व को अपने कक्षा के बच्चों को बताए जिससे उनके माध्यम से उनके माता-पिता सुपरफूड श्री अन्न की खेती ज्वार, बाजरा, कोदो, सांवा आदि की खेती की ओर उन्मुख हो सके। उन्होनें बताया कि वर्तमान पीढ़ी धान, गेहूॅ, पिज्जा, बर्गर आदि से बने भोजन का उपयोग करते है जिससे वे कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हो जाते है। जिससे उनका अच्छा पैसा स्वास्थ्य सेवा पर खर्च करना पड़ रहा है। देश के प्रधानमंत्री ने वर्ष 2023 को इण्टरनेशनल ईअर आफ मिलेटस घोषित किया है तथा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मिलेटस के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रमों के माध्यम से मिलेटस का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
इसी क्रम में अध्यापक बन्धुओं के साथ मिलेटस का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। डीएम ने इस अवसर पर पराली प्रबन्धन के बारे में बताया कि वर्ष 2020-21 में 115, वर्ष 2021-22 में 60, वर्ष 2022-23 में कुल 23 पराली जलाने की घटनाएं हुई थी। इस वर्ष इसे शून्य पर लाया जाना है। उन्होनें उपस्थित अध्यापक बन्धुओं से अपनी-अपनी कक्षाओं में उपस्थित बच्चों को पराली प्रबन्धन के बारे में जागरूक करने का निर्देश दिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, भूमि संरक्षण अधिकारी सौरभ वर्मा, जिला कृषि रक्षा अधिकारी प्रियानन्दा, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी सदर उदय शंकर सिंह ने मिलेटस उत्पादन के सम्बंध में अपने-अपने विचार साझा कर अध्यापकों को प्रशिक्षित किया। जिला विद्यालय निरीक्षक नरेन्द्र देव ने मिलेटस की विशेषता के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करते हुए इसके व्यापक प्रचार-प्रसार कराने की अपेक्षा की। कृषि विज्ञान केन्द्र नानपारा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ शैलेन्द्र कुमार सिंह, बहराइच के डॉ पी.के. सिंह, डॉ नन्दन सिंह, डॉ अनिल कुमार राजभर आदि द्वारा उपस्थित अध्यापकों को श्री अन्न की खेती के बारे में प्रशिक्षित किया।
इस अवसर पर अध्यापक ओम प्रकाश वर्मा, मनोज कुमार श्रीवास्तव, कमलेश कुमार गुप्ता, रजत पाठक, प्रदीप कुमार त्रिपाठी, देवेन्द्र प्रकाश मिश्र, पवन कुमार गुप्ता, संत कुमार चौबे, मो. तारिक, यतीन्द्र मिश्र, मानवेन्द्र सिंह, नैमिष कुमार गिरी, सूर्य प्रताप पाल, सुशील शुक्ल, देवेन्द्र मिश्रा सहित बड़ी संख्या में सहायक अध्यापक एवं प्रधानाध्यापक उपस्थित रहे। तथा कई अध्यापकों ने अपने-अपने विचार भी प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में वरिष्ठ प्राविधिक सहायक गु्रप ‘ए’ पंकज, अरविन्द कुमार, राम प्रकाश मौर्या, कुलदीप वर्मा, सुधाकर शुक्ला, सतीश कुमार जायसवाल, रविराज शर्मा आदि कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।