बाराबंकी। प्रदेश में विधि व संवैधानिक शासन लगभग समाप्त हो गया है।इलाहाबाद (प्रयागराज) की घटना इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। सरकार दो तरह की बातें कर रही है एक तरफ कहती है, कि कानून व्यवस्था स्थापित करने के लिए घर गिरा कर दंडित किया गया है,दूसरी तरफ कहती है, कि नक्शा पास ना होने की वजह से गिराया गया है। कौन सी बात सही है यह भी बताने में सरकार असमर्थ है। यह बात आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा निकाले गए महंगाई विरोधी जुलूस को संबोधित करते हुए पार्टी के राज्य परिषद सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि प्रदेश में भाषण बाजी को ही अधिकारी कानून, संविधान मानने लगे हैं।
पार्टी के जिला सचिव बृजमोहन वर्मा ने कहा कि देश बेचने वाले लोग देश भक्ति का प्रमाण पत्र जारी कर रहे हैं, जब देश में कुछ रहेगा नहीं तब देश बेरोजगारों की मंडी बन जाएगा। पार्टी के सह सचिव शिवदर्शन वर्मा ने कहा कि महंगाई के कारण आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है। पार्टी के कोषाध्यक्ष प्रवीण वर्मा ने कहा, कि पार्टी इस जनविरोधी सरकार को हटाने के लिए आंदोलन करती रहेगी।
जुलूस का नेतृत्व किसान सभा के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने किया। जुलूस में मुनेश्वर प्रसाद अमर सिंह श्याम सिंह अंकुर वर्मा राजेंद्र सिंह, रामनरेश दिनेश गौतम जितेंद्र श्रीवास्तव धर्मेंद्र शर्मा प्रतीक शुक्ला दीपक शर्मा नैमिष्य सुरेश वर्मा आदि प्रमुख नेता शामिल थे। जुलूस छाया चौराहे से होता हुआ जिलाधिकारी कार्यालय तक गया जिसमें पांच सूत्री ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम संबोधित दिया गया।