बरेली। उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व वित्तमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने लोकसभा चुनाव से पूर्व अपनी ही पार्टी के बुजुर्ग नेताओं को तगड़ी नसीहत दी है। उन्होंने 75 साल की उम्र सीमा के बाद भी लोकसभा टिकट मांगने वालों पर तगड़ा हमला करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के नियमों को मानते हुए 75 साल पूरे होते ही प्रदेश के वित्तमंत्री पद से बिना एक क्षण गवांए इस्तीफा दे दिया था। मगर, इसी उम्र वाले बुजुर्ग नेता स्वास्थ्य खराब होने और निष्क्रियता के बाद भी लोकसभा टिकट मांगकर चुनाव लड़ने की इच्छा पाले हैं। उनकी (राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष) की तरह बुजुर्ग नेता भी 2024 के लोकसभा चुनाव में जनहित में अपनी सीट स्वेच्छा से युवाओं के लिए छोड़ दें और खुद संगठन की जिम्मेदारी निभाएं।
पूर्व वित्त मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल का अपनी ही पार्टी के सांसद पर अपरोक्ष निशाना
रामपुर गार्डन स्थित अपने आवास पर शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने केंद्र सरकार की नौ साल की उपलब्धियां गिनाईं। साथ ही अपनी पार्टी के उन बुजुर्ग नेताओं को नसीहत भी दी, जो उम्र की दहलीज पार करने के बाद भी लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी की लोकप्रियता पूरी दुनिया में है। यूक्रेन में तिरंगा झंडा देखकर रुस ने गोलाबारी बंद कर दी और भारत के छात्रों को रास्ता दिया। पूरी दुनिया में देश का डंका बज रहा है। योगी सरकार भी जनहित में अच्छा कार्य कर रही है। केंद्र और प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ गरीब जनता को मिल भी रहा है। लेकिन बरेली के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने अपनी भूमिका कभी भी ठीक तरह से नहीं निभाई। अपने ही दल के एक बड़े नेता की ओर अप्रत्यक्ष रुप से इशारा करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने कहा कि लखनऊ से दिल्ली का रास्ता बरेली से होकर गुजरता है।
अगर बरेली के जनप्रतिनिधि सुस्त नहीं होते तो मैगनेट सिटी का दर्जा मिलने के बाद यह शहर देश और प्रदेश की राजधानी के बीच बड़ा केंद्र होता। नए कारखाने लगने के बजाय बरेली में तीन दशक से तमाम पुराने कारखाने बंद हो गए। रेल कोच फैक्ट्री दूसरे शहर में शिफ्ट हो गई। बरेली को आईटी में सिलीकॉन वैली होना चाहिए था। मगर, जिम्मेदार टेक्सटाइल और मेगाफूड पार्क तक नहीं बचा पाए। यह बरेली का दुर्भाग्य है। जिम्मेदारों ने अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाई होती तो ब्रेन-ड्रेन नहीं होता।
युवाओ को रोजगार के लिए शहर से बाहर न भागना पड़ता। उन्होने कहा कि अब हमें देश और बरेली के विकास के लिए नए सिरे से सोचना होगा। भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने अपील की कि राजनीति में रुचि रखने वाले युवा 2024 में बरेली से लोकसभा का चुनाव लड़ने के लिए आगे आएं। बुजुर्ग अपनी सीट छोड़कर युवाओं को लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका दें क्योंकि बड़ी रेखा खींचने का उचित समय आ चुका है। युवा आगे बढ़ेंगे तभी भारत विश्व गुरु बनेगा। प्रेस वार्ता में मनीष अग्रवाल, उमेश कठेरिया, यतिन भाटिया, विकास वर्मा समेत कई भाजपा नेता मौजूद थे।
राजेश अग्रवाल बड़े नेता हैं, नो कमेंट : संतोष गंगवार
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद संतोष गंगवार ने भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल की प्रेस वार्ता पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह भाजपा के बड़े नेता हैं। उन्होंने जो कुछ भी कहा है, वह सब उचित है। उनकी बात पर टिप्पणी करना वह उचित नहीं समझते। मगर, बरेली के विकास के लिए अगर वह कोई सुझाव देंगे तो उनके सुझाव पर पूरी तरह अमल किया जाएगा।