
बरेली। नगर निगम की नई कार्यकारिणी 15 जून से पहले अस्तित्व में आ सकती है। इसके लिए पार्षदों में लामबंदी शुरू हो चुकी है। दोबारा चुनाव जीतकर आए पार्षद कार्यकारिणी में जगह पाने के लिए महापौर की परिक्रमा करने में लगे हैं।
साफ-सुथरी छवि वाले भाजपा पार्षदों को मिलेगा मौका
पुराने पार्षद कार्यकारिणी में चयनित होने के बाद तमाम मुद्दों पर राजनीति करके हंगामा काटते हैं। भाजपा के कुछ पार्षदों की छवि साफ-सुथरी नहीं है। इसके चलते भी उनको कार्यकारिणी में नहीं लिया जाएगा। वहीं सपा में पार्षदों के संख्या बल गणित के हिसाब बमुश्किल एक या दो सदस्य कार्यकारिणी में पहुंच पाएंगे।
सपा के एक या दो पार्षदों को ही मिलेगा, कार्यकारिणी में मौका
महापौर डॉ. उमेश गौतम के पिछले कार्यकाल में नगर निगम कार्यकारिणी में कई बार के जीते हुए पार्षदों को क्रमवार तरीके से मौका दिया गया था। हालांकि इस बार भाजपा के तमाम पुराने पार्षद चुनाव हार चुके हैं। इनके स्थान पर नए पार्षदों चुने गए हैं। भाजपा के 51 पार्षद हैं तो वहीं सपा से मात्र 13 पार्षद ही चुनाव जीते। कांग्रेस और आईएमसी के टिकट पर भी कुछ पार्षद चुने गए हैं। इनके अलावा निर्दलीय पार्षदों की संख्या भी ठीक-ठाक है। निर्दलीयों में अधिकांश का समर्थन भाजपा को मिल सकता है। इस बार निगम की नई कार्यकारिणी में भाजपा का दबदबा रहेगा। यूं तो नगर निगम कार्यकारिणी में जाने के लिए भाजपा में छंगामल मौर्य, शालिनी जौहरी, चित्रा मिश्रा, आर्येंद्र अरोरा कुक्की, सीता पटेल, बबली पटेल, पुष्पेंद्र महेश्वरी, सोनिया कपूर और संजय राय के अलावा कुछ अन्य पार्षद भी हाथ-पैर मार रहे हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश को कार्यकारिणी में जगह मिलना मुश्किल है।
नए चेहरे बढ़ाएंगे नगर निगम कार्यकारिणी की शोभा
नगर निगम कार्यकारिणी में इस बार नए पार्षदों को मौका मिलने की उम्मीद अधिक है। इनमें भी महिला पार्षदों की संभावनाएं अधिक है। सपा में निवर्तमान पार्षद दल नेता राजेश अग्रवाल, शमीम अहमद, अब्दुल कयूम मुन्ना और आरिफ कुरैशी समेत कुछ अन्य पार्षद भी कार्यकारिणी टिकट के दावेदार हैं। दोनों दलों के पार्षद कार्यकारिणी में जाने के लिए अभी से लामबंदी करने में जुटे हैं। हालांकि इनमें से कौन कार्यकारिणी में जाएगा और कौन बाहर रहकर अपने दायित्व का निर्वहन करेगा, इस बात का निर्णय भाजपा-सपा की महानगर इकाइयां करेंगी।
इस मामले पर महानगर भाजपा अध्यक्ष डॉ. केएम अरोड़ा
नगर निगम कार्यकारिणी गठन में भाजपा पार्षदों का चयन महानगर इकाई करेगी। इसके लिए पार्टी अपने अनुभवी पार्षदों से भी सलाह करेगी। उसके बाद ही पार्षदों के नाम तय किए जाएंगे।