ज्योतिष शास्त्र, वास्तु शास्त्र, सामुद्रिक शास्त्र, ऐसी ही कुछ विधाएं हैं जिनके प्रयोग से हम जीवन में आ रहे संकटों के रुख मोड़ सकते हैं। तकलीफ होने पर लोग इन शास्त्रीय उपायों का प्रयोग करते हैं, लेकिन पहले भी यदि ये उपाय किए जाएं तो परेशानी का मुख नहीं देखना पड़ेगा। आप को बता दे हम सभी अपनी सुविधानुसार नहाते हैं. पर क्या आप जानते हैं कि नहाने के विषय में भी कई नियम बताए गए हैं.
वैसे तो दिन की शुरुआत में यानी सुबह नहाने को सर्वोतम माना गया है, पर कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें करने के बाद नहाने का विधान है. चाणक्य ने भी ऐसे 4 कामों के विषय में कहा है.
ये काम ऐसे हैं, जिन्हें हम सभी करते हैं. तो देर किस बात की है आप भी जानें इन कामों के बारे में.
– जब भी शरीर पर तेल मालिश करें तो नहाना चाहिए. मालिश के बाद नहाने को अनिवार्य माना गया है. पर ये विधान शरीर की मालिश होने पर है. तेल मालिश के बाद शरीर के रोम छिद्र खुल जाते हैं और अंदर का मेल बाहर हो जाता है. इसलिए नहाना चाहिए.
– शमशान से आने के बाद नहाना चाहिए. जब भी आप किसी के मृत्यु शोक में शामिल हों, शमशान जाएं तो लौटकर अवश्य स्नान करें.
– बाल कटवाने के बाद नहाना चाहिए. बाल कटवाने के बाद शरीर और बालों में एक्सट्रा बाल चिपके रहते हैं. इसलिए लोग नहाते भी हैं. पर ये करना बेहद जरूरी है.
– सेक्स के बाद नहाने का प्रावधान है. इससे इन्फेक्शन होने का खतरा नहीं होता. चाणक्य के अनुसार स्त्री प्रसंग के बाद नहाना अनिवार्य है.