भारतीय किसान यूनियन (तोमर ) कार्यकर्ताओं ने रेलवे पुलिस उपाधीक्षक जगत सिंह को सोपा ज्ञापन

भास्कर समाचार सेवा

नजीबाबाद ।भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने नजीबाबाद रेलवे स्टेशन पर धरना दिया । उन्होंने विभिन्न मांगों को लेकर पुलिस उपाधीक्षक रेलवे को ज्ञापन सोपा।जिसमें उन्होंने बताया कि लखनऊ 04 अक्टूबर 2023 को हुई वादा खिलाफी के चलते भाकियू (तोमर) में भारी रोष है। सहायक पुलिस आयुक्त हजरत गंज और पुलिस उपाधीक्षक स्थानीय अभिसूचना इकाई ने वादा खिला की है। मान्य मुख्यमंत्री की मुलाकात में मजबूत आश्वासन के बाद पंचायत को समाप्त किया गया था और बीच में भी मान्य मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए ज्ञापन दिया गया था लेकिन अभी तक संगठन कि मुलाकात मान्य मुख्यमंत्री से नहीं कराई गयी। संगठन का 21 लोगों का प्रतिनिधि मंडल मान्य मुख्यमंत्री से किसानो कि समस्याओं को लेकर मुलाकात करना चाहता था ।जल्द ही मान्य मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं होती तो संगठन 29 दिसंबर 2023 को यूपी और उत्तराखड के रेलवे ट्रैक पर आंदोलन करेगा। जिसकी जिम्मेदारी खुद शासन प्रशासन कि होगी।किसानों का अभी तक गन्ना मूल्य निर्धारित नही किया है इसे जल्द से जल्द कराया जाए , किसान से सामान्य निधि को निश्चित आय घोषित किया जाए, इसमे कृषि मजदूर को भी शामिल किया जाए, दुधारू पशु को संरक्षण देने के लिए पशुपालन आर्थिक सहयोग दिया जाए, जिससे पशुओं को सर्दियों में राहत मिल सके और उनको खान-पान में कोई दिक्कत ना हो,ग्रामीण क्षेत्र को घरेलू विद्युत उपभोग पर 500 यूनिट और किसानों को नलकूपों कि बिजली मुफ्त दी जाए जिससे किसानों को खेतों में पानी देने के लिए किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो और वह अपने खेतों को समय-समय पर पानी देते रहें। बिजली समय पर दी जानी चाहिए और साथ ही गन्ने का भाव 550 रुपए किया जाए और किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ किया जाए। किसान आयोग का गठन किया जाए और एम एस पी पर कानून बनाया जाए क्योंकि भारत सरकार ने किसानों से यह वादा किया था तथा इस वादे को अभी पूरा नहीं कर पाए। इस वादे को पूरा करें किसानों का गन्ने का बकाया भुगतान जल्द से जल्द मय ब्याज के कराया जाए ।सरकार द्वारा किसानों को 60 वर्ष के बाद भी पेंशन दी जाए। प्रदेश में गली मोहल्ले में घूम रहे आवारा पशुओं से किसानों और आमजन की जान माल को खतरा है। आए दिन दुर्घटना होती रहती है ।जिसमें काफी लोगों की मृत्यु भी हो गई है । मरने वालों को 10 लाख, चोटिल को 5 लाख का मुआवजा दिया जाए और आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए विशेष व्यवस्था की जा जाए। छोटी जोत के किसानों को गन्ना पर्ची जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाए। जिससे कि किसानों के अगली फसल की बुवाई समय से हो सके। किसानों का आकस्मिक दुर्घटना बीमा 50000 से बढ़ाकर 5 लाख किया जाए। किसान अपनी फसल किसी भी जिले या अन्य प्रदेश में बेचने के लिए जाता है तो उसे शासन प्रशासन द्वारा रोक लिया जाता है। सरकार द्वारा शासन प्रशासन को आदेशित किया जाए की किसान को फसल को कहीं भी किसी भी प्रदेश में जाने से ने रोका जाए। ब्लॉक अध्यक्ष नईम अहमद, सकील अहमद आदि मौजूद रहे।

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