बुलंदशहर : रोते बिलखते बोली बहन, क्या सिर्फ यही वजह थी मेरे भाई की हत्या के पीछे ?

यूपी  में बुलंदशहर के स्याना कोतवाली क्षेत्र में सोमवार को गोकशी के विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित गौरक्षकों की भीड़ और पुलिस के बीच हुयी झड़प में कोतवाली निरीक्षक समेत दो लोगों की मौत  हो गयी जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये थे. इस मामले में  स्याना कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि चार लोगों को हिरासत में लिया गया है. इस संबंध में स्याना कोतवाली के सब इंस्पेक्टर सुभाष सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज, बीजेपी युवा स्याना के नगर अध्यक्ष शिखर अग्रवाल, वीएचपी कार्यकर्ता उपेंद्र राघव को भी किया नामजद किया है.

पुलिस ने इस मामले में दो अलग-अलग एफआईआर भी दर्ज की हैं. इनमें से एक एफआईआर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या के मामले में दर्ज की गई है, जिसमें कुल 28 लोगों को नामजद किया गया है, जबकि 60 अज्ञात लोग शामिल हैं. सुबोध कुमार की हत्या के मामले में बजरंग दल के नेता योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया गया है. बताया जा रहा है कि उसी ने सबसे पहले गोकशी की शिकायत की थी.

http://www.dainikbhaskarup.com/2018/12/04/bulandshahr-fir-against-bajrang-dal-bjp-and-vhp-worker-in-inspector-murder-case-in-bulandshahr-violence-news/

वहीं, दूसरी एफआआईआर गोकशी के मामले में दर्ज की गई है, जिसमें सात लोगों के नाम हैं. इस मामले की जांच एसआईटी और एडीजी इंटेलिजेंस कर रहे हैं. आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की छह टीमों ने अब तक 22 ठिकानों पर छापेमारी की हैं.

बता दें कि बुलंदशहर के स्याना में कथित रूप से गोकशी के शक में सोमवार को काफी हंगामा हुआ था. इस दौरान पुलिस पर पथराव और गोलीबारी की गई थी. भीड़ की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत हो गई थी.

‘मेरे भाई ने अखलाक मर्डर केस की जांच की है, इसलिए उसकी हत्या हुई है.

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हिंसक भीड़ के हाथों इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या मामले में उनकी बहन का बयान आया है. न्यूज एजेंसी  के मुताबिक इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की बहन ने कहा, ‘मेरे भाई ने अखलाक मर्डर केस की जांच की है, इसलिए उसकी हत्या हुई है. यह पुलिस की साजिश है. मेरे भाई की मौत को शहीद घोषित किया जाए और स्मारक बनाया जाए. हमें पैसा नहीं चाहिए. मुख्यमंत्री हमेशा केवल गाय-गाय करते रहते हैं.’

अखलाक केस में जांच अधिकारी रहे सुबोध
मालूम हो कि साल 2015 में दादरी के बिसाहड़ा गांव में भीड़ ने अखलाक नामक शख्स की हत्या कर दी थी. इस केस की जांच इंस्पेक्टर सुबोध कुमार ही कर रहे थे. एडीजी ने बताया कि सुबोध कुमार सिंह दादरी के अखलाक हत्याकांड में 28 सितंबर 2015 से 9 नवंब 2015 तक जांच अधिकारी थे. इस मामले में चार्जशीट दूसरे जांच अधिकारी ने मार्च 2016 मे दाखिल की थी. अखलाक हत्याकांड में सुबोध ने दूसरे दिन ही 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.

कांग्रेस-सपा ने भी CM योगी को घेरा
इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या मामले में विपक्षी दल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा, ‘यह हैरान करने वाला मामला है कि अखलाक घटना की जांच करने वाले पुलिस अधिकारी की हत्या हुई थी. जनता को किसने अधिकार दिया है कि वह कानून को अपने हाथों में लें? अपना राज्य देखने के बजाय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तेलंगाना जा रहे हैं और जहर फैला रहे हैं.’

27 लोगों के खिलाफ FIR
उधर, इस मामले में यूपी पुलिस ने बीती रात जनपद और आसपास के क्षेत्रों में छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है. सयाना पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है, जिसमें 27 नामज़द हैं और 60 अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज किया है. बताया जा रहा है कि इन 28 लोगों की पहचान की जा चुकी है. इनके अलावा और भी लोग हैं, जिनकी पहचान की जा रही है. पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की है, जिसमें एक प्राथमिकी गौकशी, जबकि दूसरी हिंसक विरोध प्रदर्शन के मामले में दर्ज की गई है.

पुलिस ने गोकशी के मामले में नयाबांस गांव निवासी योगेशराज की तहरीर पर गांव के सात लोगों के खिलाफ गोवध अधिनियम की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

वहीं, इंस्‍पेक्‍टर सुबोध की पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं. पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि कोतवाल की गोली लगने से मौत होने की हुई पुष्टि है. बुलंदशहर के डीएम ने भी इस बात की पुष्टि की है कि कोतलाव के सिर में गोली लगी थी.

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