Congress President Election : कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव के लिए नामांकन भरने की आज अंतिम तिथि है। अभी तक लोग इस बात के कयास लगा रहे थे कि राजस्थान में सियासी बवाल के बाद अशोक गहलोत चुनाव लड़ेंगे या नहीं। शशि थरूर, दिग्विजय सिंह और मल्लिकार्जुन खड़गे में से कौन जीतेगा चुनाव। इस बीच झारखंड के किसान परिवार और भारतीय सेना से ताल्लुक रखने वाले केएन त्रिपाठी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की घोषणा कर पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव और पहले से ज्यादा रोचक बना दिया है।
अब झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और मेदिनीनगर निवासी केएन त्रिपाठी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे। त्रिपाठी शुक्रवार को दिल्ली में नामांकन करेंगे। उन्होंने नामांकन पत्र भी खरीद लिया है। उन्होंने दिल्ली से फोन पर गुरुवार को यह जानकारी मीडिया को दी है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष पद के चुनाव लड़ने के संबंध में पार्टी हाईकमान का जो आदेश होगा उसका पालन करेंगे।
कांग्रेस में है आंतरिक लोकतंत्र, कोई भी लड़ सकता है चुनाव
अहम सवाल यह है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए वह कितने गंभीर हैं। क्या पार्टी आलाकमान से इस संबंध में उनकी कोई बातचीत हुई है। यह पूछे जाने पर त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र है। आंतरिक लोकतंत्र का यह तकाजा है कि एक किसान का बेटा अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकता है। भाजपा में ऐसा संभव नहीं है।
किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं त्रिपाठी
Congress President Election : बता दें कि राजनीति में कदम रखने से पहले कृष्णानंद त्रिपाठी एयरफोर्स में थे। सेना की नौकरी छोड़कर वह सियासत में आये। साल 2005 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार डालटनगंज सीट पर चुनाव लड़े लेकिन भाजपा के इंदर सिंह नामधारी के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2009 में फिर डालटनगंज सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे और चुनाव जीते। विधायक बनने के बाद उन्हें राज्य सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री बनने का मौका मिला। डालटनगंज के रेड़मा काशी नगर मोहल्ले के रहने वाले केएन त्रिपाठी किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं।