विद्युत कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार, उपभोक्ता परेशान

भास्कर समाचार सेवा

मथुरा।कैंट कार्यालय बिजली कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। सुबह पहुचे बिजली उपभोक्ताओ की न तो समस्या सुनी गई और ना बिजली बिल जमा किये गए। लोग गेट और खिड़कियों से तांक-झांक करते रहे, लेकिन किसी ने उनकी नही सुनी। उधर,कैंट कार्यालय स्थित धर्मेंद्र सभागार में कर्मचारियों का प्रदेश सरकार के विरूद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए ऊर्जा मंत्री के हुए समझौते को लागू करने की मांग की।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के जिला संयोजक मोहन बाबू आर्य ने बताया कि 3 दिसंबर 2022 को ऊर्जा मंत्री के साथ एक सामझौता हुआ था। इसमें ओबरा, अनपरा की 800-800 मेगा वाट की नई इकाईयों को उत्पादन निगम से छीनकर एनटीपीसी को देने, पारेषण के निजीकरण को रोकने सहित कर्मचारियों के हित में कई मांगे शामिल थीं। इस समझौते को लागू करने के लिए ऊर्जा मंत्री ने 15 दिन का समय मांगा था। मगर 113 दिन बीतने के बाद भी इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करने वाले कर्मचारियों को पुलिस परेशान कर रही है।

  • अब 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल ::

समिति की ओर से समझौते को लागू कराने की मांग को लेकर 36 घंटे के कार्य बहिष्कार के बाद अब कर्मचारी गुरुवार रात 10 बजे से 72 घंटे के लिए सांकेतिक हड़ताल पर चले गए। उनका कहना है कि यदि सरकार ने हमारी मांगों को नहीं माना तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं।

इन फीडरों की विद्युत आपूर्ति रही बाधित ::

कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते कैंट, मांट, औरंगाबाद, गोकुल, टाउनशिप, कृष्णा नगर, जयगुरुदेव और सदर फीडर सहित अन्य फीडरों की भी विद्युत आपूर्ति बाधित रही। ऐसे में लोग आनलाइन शिकायतें दर्ज कराईं तो कई अपनी शिकायत लेकर बिजली घर पहुंचे, लेकिन वहां उनकी सुनने वाला कोई नहीं था। कार्य बहिष्कार के चलते कई अधिकारियों के तो फोन भी बंद रहे।

घंटो बिजली कटौती से गहराया पेयजल संकट :;

हनुमार नगर निवासी संतोष कुमार शर्मा और महावीर सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह से ही विद्युत आपूर्ति नहीं होने से पेयजल आपूर्ति भी नहीं हो सकी। कई क्षेत्रों में 4-5 घंटे बार लाइट तो आई मगर वोल्टेज कम आने से मोटरे नहीं चल सकीं। ऐसे में घरों में पानी नहीं आया। इसके चलते लोग पानी के लिए इधर-उधर भटकते रहे। बिजली न होने के चलते क्षेत्र के आरओ प्लांट भी लोगों के लिए पानी की पूर्ति नहीं कर सके।

विरोध प्रदर्शन में ये रहे शामिल::

कार्य बहिष्कार के दौरान इंजी. सचिन द्विवेदी, सचिन शर्मा, प्रमोद कुमार, यादवेंद्र, राकेश यादव, विजय कुमार, कृष्णवीर सिंह, गणेश तोमर, रामकुमार सुनील सिंह, अजीत सिंह, सुधीर कुमार, शुभम अग्रवाल, सत्येंद्र कुमार मौर्य, राहुल साहू, मनीष प्रजापति, दानवीर सिंह सहित अन्य कर्मचारी व अधिकारी मौजूद थे।

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