कर्नाटक में ठेकेदार की मौत : मुसीबत में पड़े मंत्री ईश्वरप्पा, इन कारणों से दर्ज FIR

कर्नाटक के पंचायत राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा की मुश्किलें बढ़ गई है। ईश्वरप्पा के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। केएस ईश्वरप्पा पर एक ठेके के लिए 40 फीसदी कमीशन मांगने का आरोप लगाने वाला ठेकेदार कल सुबह उडुपी के एक लॉज में मृत मिला था। इसके बाद से उनपर कार्रवाई की मांग उठ रही थी। ठेकेदार ने अपने सुसाइड नोट में केएस ईश्वरप्पा को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।

कांग्रेस ने मंत्री ईश्वरप्पा का इस्तीफा मांगा

इस मामले में ईश्वरप्पा के साथी बसवराज और रमेशा का नाम भी शामिल है। एफआईआर ठेकेदार संतोश पाटिल के भाई प्रशांत की शिकायत के बाद दर्ज की गई है। ठेकेदार की मौत के मामले में कांग्रेस ने मंत्री केएस ईश्वरप्पा का इस्तीफा मांगा है। जिस पर मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि इसका तो सवाल ही नहीं उठता।

ईश्वरप्पा संग दो सहयोगियों के खिलाफ FIR

पंचायत राज मंत्री ईश्वरप्पा के खिलाफ आईपीसी (IPC) की धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का उडुपी थाने में मामला दर्ज हुआ है। पीड़ित के परिवार ने मंत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इस घटना में ईश्वरप्पा के दो सहयोगियों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज हुई है। उनके नाम बसवराज और रमेश हैं।

विपक्ष ने की बर्खास्तगी की मांग

विपक्षी कांग्रेस और जद (एस) ने संतोष के पाटिल की मौत के लिए ईश्वरप्पा के इस्तीफे की मांग की। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने ईश्वरप्पा पर हमला बोलते हुए कहा कि हमें संतोष पाटिल की मौत के बारे में जानकारी मिली है। सभी जानते हैं कि यह एक हत्या है। उनकी मौत भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से हुई है। उन्होंने आईपीसी की धारा 302 के तहत गिरफ्तारी की मांग की।

कांग्रेस ने गिरफ्तारी की मांग की

वहीं, इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। साथ ही उन्होंने ईश्वरप्पा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने की मांग भी की। वहीं, कांग्रेस के दूसरे नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मृतक ठेकेदार ने ईश्वरप्पा का नाम लिया है, उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। उन्होंने सीएम हाउस का घेराव करने की चेतावनी भी दी।

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