कॉन्ग्रेस के एक नेता हैं दिग्विजय सिंह। दो-दो बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। लेकिन राज्य में पार्टी की ऐसी कब्र खोदी कि उसे गिरते-पड़ते सत्ता में लौटने में 15 साल लग गए। एक जमाने में वे राहुल गॉंधी के राजनीतिक गुरु भी माने जाते थे। राजनीति की पिच पर राहुल गॉंधी का प्रदर्शन कितना शानदार रहा है यह बताने की जरूरत नहीं है!
इन प्रदर्शनों से सीख लेते हुए कॉन्ग्रेस नेतृत्व ने धीरे-धीरे दिग्विजय सिंह को किनारे लगा दिया। लेकिन, दिग्गी राजा ने भी ठान लिया है कि महाराष्ट्र और झारखंड में सत्ता बॉंट पार्टी ने भले कुछ दिनों के लिए जिंदा रहने की दवा का जुगाड़ कर लिया है पर वे उसे दफन करने का कोई मौका नहीं छोड़ेंगे। इसी क्रम में दिग्विजय सिंह ने आरएसएस को लेकर एक विवादित ट्वीट किया। इससे पार्टी के साथ अपनी भी भद पिटवाई है।
बुधवार (8 जनवरी, 2020) को दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, “संघ की कार्यशैली- online नकाब पहनकर आते हैं, गाली देकर जाते हैं। offline नकाब पहनकर आते हैं, लाठी मारकर जाते हैं।” उनका यह ट्वीट जेएनयू में बीते दिनों हुई हिंसा से जोड़ कर देखा जा रहा है।
संघ की कार्यशैली
“Online नकाब पहनकर आते हैं गाली देकर जाते हैं
Offline नकाब पहनकर आते हैं
लाठी मारकर जाते हैं”— Digvijaya Singh (@digvijaya_28) January 9, 2020
इस ट्वीट के जवाब में यूजर्स ने दिग्विजय सिंह को हिंदू आतंकवाद वाले बयान से लेकर अमृता राय से शादी तक तमाम घटनाएँ याद दिला दी। कुछ यूजर्स ने उन्हें संघ की कार्यशैली के बारे में बताया। कई ने उन्हें चोरी-छिपे दूसरी शादी करने की याद दिलाई। संतोष सैनी नाम के यूजर ने लिखा, “दिग्विजय सिंह की कार्यशैली- online अमृता को पटाते हैं, offline अश्लील फ़ोटो वायरल होने पर 68 की उम्र में विवाहित हो जाते हैं।
https://twitter.com/santosh_saini/status/1215085303569866752
एक यूजर्स ने उनको कॉंन्ग्रेस की कार्यशैली बताते हुए एक फ़ोटो पोस्ट किया जिसमें दिग्विजय सिंह ‘RSS ki sazish 26/11? नाम की पुस्तक की विमोचन करते हुए नज़र आ रहे हैं।
https://twitter.com/KandolkarPramod/status/1215175311362416641
भगवा आतंकवाद की थ्योरी गढ़ने वाले दिग्विजय सिंह विवादित टिप्पणियों को लेकर खासे मशहूर रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि भाजपा के लोग आईएसआई के लिए जासूसी करते हैं। उन्होंने भगवा पहनकर बलात्कार किए जाने की बात भी कही थी। उन पर मध्य प्रदेश की कॉन्ग्रेस सरकार को अस्थिर करने के भी आरोप लग चुके हैं। कुछ महीने पहले कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री उमंग सिंघार ने यह कहकर सूबे की राजनीति में भूचाल ला दिया था कि दिग्विजय सिंह पर्दे के पीछे से सरकार को चला रहे हैं।