गाजियाबाद में पहले चरण के मतदान में भारी शिकायतें सामने आई हैं। कई बुजुर्ग ऐसे हैं जो आज मतदान करने के लिए केंद्रों पर पहुंचे हुए हैं और वहां उन्हें पता चला कि पोस्टल बैलट से पहले ही वोट डाली जा चुकी है।
गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट स्थित सेठ मुकुंद लाल कॉलेज में 71 साल की नसीब अपने बेटे के साथ वोट डालने के लिए पहुंची। बूथ पर तैनात निर्वाचन कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि उनका वोट पहले ही पोस्टल बैलेट के जरिए पड़ चुका है। बूथ पर रखी गई फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली में नसीम के नाम के आगे लाल रंग के पेन से PB (पोस्टल बैलेट) लिखा हुआ था। नसीम के भाई ने बताया कि उनके परिवार से एक भी सदस्य ने पोस्टल बैलेट से मतदान नहीं किया। ऐसे में बड़ा सवाल है कि उनका वोट कैसे डाल दिया गया।
इसी बूथ पर एक और बुजुर्ग मतदाता के नाम के आगे भी PB लिखा हुआ था। इस मतदान केंद्र पर तैनात छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान ने हमें बताया कि सुबह से इस तरह के करीब 45 बुजुर्ग मतदाता आ चुके हैं जिनका वोट पोस्टल बैलेट के जरिए पहले ही डाला जा चुका है।
सपा ने उठाया मामला
इस पूरे मामले में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आईपी सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा- गाजियाबाद में एक बुजुर्ग महिला जब बूथ पर पहुंची तो पोस्टल बैलेट से उनका वोट पड़ चुका है। ये धांधली बीजेपी के इशारे पर हो रही है। चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि निष्पक्ष चुनाव हो।