भास्कर समाचार सेवा
मुरादनगर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक तथा उनकी पत्नी पर गंभीर आरोप लगाते हुए समस्त कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। अस्पताल में तैनात सभी कर्मचारियों ने उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर उन्हें यहां से हटाए जाने की मांग करते हुए आरोप लगाए हैं कि डॉक्टर दिनेश कुमार एनेस्थेटिक यहां स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी है उनकी पत्नी डॉ रितु स्त्री रोग विशेषज्ञ के पद पर यही तैनात हैं दोनों सीट पर बैठ कर मरीज नहीं देखते लोगों से अभद्र व्यवहार गाली गलौज के साथ ही कर्मचारियों का भी उत्पीड़न करते हैं। सिजेरियन ऑपरेशन के लिए 4 से 5 हजार रुपए मरीजों से वसूल किए जाते हैं और जो रुपए देने में सक्षम नहीं होते उन्हें रेफर कर दिया जाता है। जबकि सरकार की ओर से यह सब निशुल्क है ।समस्त कर्मचारियों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में यह भी आरोप लगाए गए हैं कि कर्मचारियों को आकस्मिक छुट्टी की आवश्यकता होने पर रुपए लेकर ही छुट्टी दी जाती है जो रुपए नहीं देता उसे छुट्टी नहीं दी जाती ।आरोप है कि डॉक्टर दिनेश कुमार तथा उनकी पत्नी डॉ रितू ने मेरठ रोहटा रोड पर गोलवाड़ में अपना निजी चिकित्सालय खोला हुआ है वहीं प्रैक्टिस कर रहे हैं ।केंद्र प्रभारी को 24 घंटे केंद्र पर ही उपस्थित रहने के आदेशों के बावजूद वह यहां नहीं रहते मेरठ अपने चिकित्सालय पर समय देने के बाद देरी से यहां आते हैं और कुछ देर बाद ही दोबारा मेरठ चले जाते हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि उनके कार्यों का विरोध करने पर वह धमकाते हैं कि मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता और अपनी मनमानी करते हैं ।पत्र की प्रतिलिपि विभागीय उच्चाधिकारियों उपमुख्यमंत्री तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी भेजी गई है। इस बारे में कर्मचारियों ने बताया कि इस विषय में पहले भी अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई जिसके कारण अब वह पूरी तरह से मनमानी पर उतर आए हैं । कर्मचारी भी खुलकर विरोध में सामने आ गए हैं जिनकी बड़ी संख्या है। कर्मचारियों का कहना है कि यदि उच्चाधिकारियों ने उचित कार्रवाई नहीं की तो वह अगली रूपरेखा बनाएंगे जो भी करना होगा वह करेंगे लेकिन इस माहौल में वह काम नहीं कर पाएंगे इस बारे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डॉक्टर दिनेश कुमार का कहना है कि कर्मचारियों आरोप निराधार है।