
चंदौली। सरकार कड़ी है पर फिर भी घटनाओं का दौर कम होने का नाम नहीं ले रहा है, बता दें कि चंदौली में पुलिस दबिश के दौरान पता चला है कि जिस लड़की की मौत हुई थी। उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है। इस मामले पर जिले के SP ने कहा, “लड़की के गले में खरोंच और बाएं जबड़े में चोट के निशान हैं। मौत की वजह साफ नहीं है। कोई भी एक्सटर्नल और इंटरनल चोट नहीं है। फिलहाल बिसरा को फॉरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा।”
पुलिस के दावों पर पिता ने खड़े किए सवाल
उधर, लड़की के पिता ने सोमवार को पुलिस के दावों पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “हमारे लड़के को कोतवाल साहब पकड़कर साहब ले गए। उसको थाने में बंद कर दिया। बाद में रविवार सुबह उसका चालान कर दिया। बाद में पुलिस घर में आई और बेटियों को मारा। इसमें बड़ी बेटी की मौत हो गई। छोटी बेटी की हालत खराब है।”
पिता का आरोप
लड़की के पिता ने कहा, “हमें नहीं पता था कि पुलिस क्यों घर आई थी। पुलिस मामले में सब कुछ झूठ बोल रही है। पुलिस मेरे घर आई और सीधे घर में घुस गई, दोनों बच्चियां घर में थी। बड़ी बेटी को मारा, छोटी बेटी को कमरा बंद करके मारा। जब बड़ी बेटी बेसुध हो गई तो ये लोग उसको पंखे से बांधकर भाग गए।”
“मेरी बेटी का रेप नहीं हुआ
“मेरी बेटी का रेप नहीं हुआ है। हमने 302 में मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा है। हमने तहरीर कोतवाल, कांस्टेबल शमशेर और 4 महिला सिपाहियों के खिलाफ दिया है। प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए दबाव बनाया। पूरे मामले का दोषी प्रशासन है। पुलिस वाले दोषी हैं तो उसको फांसी की सजा दी जाए। अभी मेरी बेटी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है, पुलिस सब कुछ अपनी तरफ से बोल रही है।”
कारोबारी की बेटी की मौत
रविवार रात चंदौली में बालू-कारोबारी के घर पुलिस की दबिश के दौरान बवाल हो गया था। इस दौरान कारोबारी की एक बेटी की मौत हो गई थी। मृतका के भाई ने शाम को मीडिया के सामने आरोप लगाए थे कि एक सिपाही ने उसकी बहन के साथ रेप भी किया। जोर जबरदस्ती और मारपीट से उसकी मौत हो गई।
जून में उसकी शादी होनी थी। वहीं, दूसरी बहन के साथ मारपीट की गई है। पीड़िता के भाई ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस विधायक के दबाव में काम कर रही है। हालांकि, FIR में रेप का जिक्र नहीं है। गैर-इरादतन हत्या और मारपीट की धाराओं में केस दर्ज हुआ है।
गांव में तनाव का माहौल बरकरार
मनराजपुर के कन्हैया यादव की मृत पुत्री निशा यादव उर्फ गुड़िया का देर रात पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद पुलिस की सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार हुआ। गांव में अभी भी तनाव का माहौल कायम है। गांव के दो रास्तों पर पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात कर दिया गया है। गांव के एक हिस्से में कर्फ्यू जैसा माहौल लग रहा है। भारी पुलिस-बल को देखते हुए लोग अपने घरों में ही कैद हैं। कोई बाहर नहीं निकल रहा है।