ये है हमेशा जवान बने रहने की संजीवनी बूटी, 80 की उम्र में भी कायम रहेगी मर्दानगी

पेड़ के तने को चीरा लगाने पर उसमे से जो स्त्राव निकलता है वह सूखने पर भूरा और कड़ा हो जाता है उसे गोंद कहते हैं। यह शीतल और पौष्टिक होता है। उसमें उस पेड़ के ही औषधीय गुण भी होते हैं। आयुर्वेदिक दवाईयों में गोली या वटी बनाने के लिए भी पाउडर की बाइंडिंग के लिए गोंद का इस्तेमाल होता है। सर्दियों में इसे खाने से पुरानी खांसी, जुकाम, फ्लू और इंफेक्शन जैसी समस्याएं नहीं होती। रोजाना गोंद को भून कर खाने से शरीर अंदर से गर्म रहता है, जो आपको कई बीमारियों से दूर रखता है। आइए जानते हैं रोजाना भूनी हुई गोंद खाने के फायदे…

गोंद को भूनने की विधि
एक बर्तन में 1/2 चम्मच तेल गर्म करके उसमें गोंद को भूने, 3 से 4 मिनट तक भूननें के बाद गोंद पॉपकॉर्न की तरह फूल जाएंगे,सर्दियों में गोंद से बने लड्डू का सेवन भी बहुत फायदेमंद होता है।….

विभिन्न प्रकार की गोंद

कीकर या बबूल का गोंद पौष्टिक होता है
नीम का गोंद रक्त की गति बढ़ाता है, स्फूर्ति देता है। इसे ईस्ट इंडिया गम भी कहते हैं। इसमें भी नीम के औषधीय गुण होते हैं।
आम की गोंद रक्त प्रसादक है।इस गोंद को गरम करके फोड़ों पर लगाने से पीब पककर बह जाती है और घाव आसानी से भर जाता है।आम को गोंद को नींबू के रस में मिलाकर चर्म रोग पर लेप किया जाता है।
हींग गोंद : हिंग भी एक गोंद है जो फेरूला कुल(अम्बेलीफेरी, दूसरा नाम एपिपसी) के तीन पौधों की जड़ों से निकलने वाला यह सुगंधित गोंद रेजिननुमा होता है। फेरूला कुल में गाजर भी आती है। हींग दो प्रकार की होती है- एक पानी में घुलनसील होती है जबकि दूसरी तेल में।
“नोट- इसके अलावा सहजन, बेर, पीपल, अर्जुन आदि पेड़ों के गोंद में उसके औषधीय गुण मौजूद होते है।”

भुनी हुई गोंद खाने के फायदे

दिल के रोग में कतीरा खाने के फायदे गजब के हैं। इसे भून कर रोजाना सेवन करने से दिल के रोग और हार्ट अटैक के खतरा कम होता है। इसके अलावा इसका सेवन मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है।
प्रैग्नेंसी में गोंद कतीरा खाने के फायदे

प्रैग्नेंसी में गोद का सेवन महिलाओं की रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है। इसके अलावा इसका बै्रस्ट मिल्क को बढ़ाने में भी मदद मिलती है। कब्ज में गोंद कतीरा खाने के फायदे बहुत हैं। कब्ज या एसिडिटी की समस्या होने पर 1 चम्मच गोंद का सेवन करें, दिन में 1 बार इसका सेवन करने से आपकी कब्ज की समस्या दूर हो जाएगी।
सर्दी-खांसी में गोंद कतीरा खाने के फायदे

इस प्रयोग को करने से सर्दी,खांसी, जुकाम और बुखार की परेशानी से निजात मिलती है। इसके अलावा इसका सेवन पेट इंफेक्शन के खतरे को भी कम करता है। इस दौरान गोंद को गर्म करके खाएं। अगर आपको लगता है कि आपके शरीर में कमजोरी हो गई है तो गोंद कतीरा का सेवन करें, इसके सेवन से थकान, कमजोरी, चक्कर आना, उल्टी और माइग्रेन जैसी समस्याओ को दूर किया जा सकता है। इसके लिए रोजाना आधे गिलास दूध में गोंद मिलाकर पिएं। अगर आपके शरीर में खून की कमी हो गई हो तो गोंद का उपयोग रामबाण साबित होता है। गोंद के लड्डू, पंजीरी या चिक्की का सेवन शरीर में खून की कमी को पूरा करते है। इसके लड्डू का सेवन सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म भी रखता है।
आइए जानते हैं आखिर कैसे बनाए जाते हैं ये टेस्टी लड्डू।

सामग्री – 3 टेबलस्पून खाने वाला गम (गोंद)
4.5 टेबलस्पून घी
1 1/4 कप गेहूं का आटा
1/2 कप चीनी पाउडर
1/2 चम्मच इलायची पाउडर
डीप फ्राई करने के लिए घी
विधि –

चौड़े नॉन-स्टिक पैन में 3½ टेबलस्पून घी गरम करें और इसमें आटा डालकर 6 भूनें।
भूनते वक्त आंच धीमी रखें और बीच-बीच में चलाते रहें। भुन जाने पर ठंडा होने के लिए रख दें।
डीप-फ्राई करने के लिए नॉन-स्टिक कढ़ाई में घी गरम करें और गोंद को तब तक डीप फ्राई करें जब तक ये फूल न जाए। इसे भी निकालकर रख लें।
अब चीनी पाउडर, फ्राई की हुई गोंद, इलायची पाउडर और बचा हुआ 1 टेबलस्पून घी और भुना हुआ आटा एक गहरे बर्तन में अच्छी तरह मिलाएं।
इस मिश्रण को छोटे-छोट बराबर हिस्सों में बांट ले और लड्डू बांध लें। कंटेनर में स्टोर करें और सर्व करें।

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