गोंडा : किराये के मकान में चल रहा है आयुर्वेद अस्पताल

बालपुर, गोंडा। छह साल से सरकारी विद्यालय के उधार के भवन में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय धोबहारॉय संचालित हो रहा है। अस्पताल के नये भवन का निर्माण आधा अधूरा होने के चलते नये भवन में यह चिकित्सालय हस्तांतरित नहीं हो पा रहा है। यहां की डाक्टर सौम्या गुप्ता नदारद रही। हलधरमऊ विकास क्षेत्र में धोबहाराय राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय पिछले छह साल से कम्पोजिट विद्यालय धोबहाराय के उधार के सरकारी भवन के अतिरिक्त कक्षा कक्ष में संचालित हो रहा है। इस अस्पताल का शुभारंभ 1989 में किया गया तभी से यह भवन विहीन है। शुरुआती दौर में काफी सालों तक यह अस्पताल किराये के भवन में भी संचालित हो चुका है।

अरसे बाद सरकार ने इस अस्पताल के नये भवन निर्माण के लिए बजट मुहैया कराया। इस चिकित्सालय के नये भवन का निर्माण करीब चार माह तक तेजी से चला और पूरे भवन का मुख्य ढांचा निर्मित किया जा चुका है। इस भवन के निर्माण का जिम्मा यूपी पीसीएल संस्था को सौंपा गया है। इसमें चारदीवारी खिड़की दरवाजे टाइल्स पत्थर समेत कई मुख्य निर्माण नहीं हो पाया है। भवन निर्माण कार्य आधा अधूरा ठप पड़ा हुआ है।

यहां कार्यरत डाक्टर सौम्या गुप्ता सोमवार को अनुपस्थित रही। फार्मासिस्ट ओम प्रकाश पाण्डेय के सहारे यह अस्पताल संचालित होता पाया गया। फार्मासिस्ट अपनी डयूटी अच्छे ढंग से निर्वाह करते दिखाई पड़े और मरीजों के प्रति उनका रवैया काफी मित्रवत है। यहां करीब एक दर्जन से लेकर तीन दर्जन मरीज नियमित रूप से दवा कराने पहुँचते है।

यहां चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राम सुबोध वर्मा समेत तीन स्वास्थ्यकर्मी कार्यरत है। दवाएं यहां प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। धोबहाराय,झौहना, चंदवतपुर, बसंतपुर, पूरे बहोरी, रायपुर फकीर,गंडाही समेत दर्जनभर से अधिक ग्रामपंचायतों के सैकड़ों मरीज ज्यादातर दवा कराने आते है। आयुर्वेदिक विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी डाक्टर प्रदीप शुक्ला ने बताया कि धोबहाराय राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय के नये भवन का निर्माण यूपी पीसीएल संस्था करा रही है। संस्था को जितना भुगतान मिला उतने का काम उसने करा दिया शेष कार्य आगे भुगतान मिलने के बाद पूरा करवा देगी।

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