शहरी कोलाहल से दूर सिटी फाॅरेस्ट के जंगलो में हिन्डन नदी को लेकर गहन चिन्तन 

हिंडन तट पर निजानंद आश्रम में जुटे विशेषज्ञ
हिंडन नदी की दुर्दशा पर पहले चिंतन फिर  कायाकल्प करने का लिया संकल्प  

गाजियाबाद । शहरी कोलाहल से दूर सिटी फाॅरेस्ट के जंगलो में स्थित निजानंद आश्रम में आज  ऐतिहासिक हरनंदी .हिंडन नदी को निर्मल बनाने के लिए रणनीतिक कार्यशाला की मैराथन बैठक में देशभर से जुटे पर्यावरण और जल विशेषज्ञो ने गहन चिन्तन किया। पर्यावरण व जल  विशषज्ञों ने रविवार को  आयोजित कार्यशाला में पहले हिंडन नदी हरनंदी की दुर्दशा पर मैराथन  चिंतन किया उसके बाद भाग्योदय फाउंडेशन के साथ मिलकर उसकी कायाकल्प करने का संकल्प लिया । इस अवसर पर विशेषज्ञों ने यह भी दोहराया कि गांव बचेंगे तभी देश बचेगा गांव मिटेंगे तो देश मिटेगा गांव बने तो देश का नवनिर्माण होगा।कार्यशाला में  तीसरी सरकार अभियान के संस्थापक डॉक्टर चंद्रशेखर प्राण ने कहा कि  देश गांव की समृद्धि के बल पर सोने की चिड़िया रहा है।

गावों  के बल पर एक हजार  साल पहले दुनिया की संपदा का 35प्रतिशत भाग हमारे पास होता था। गांव की कमजोरी ज्यों ज्यों बढ़ी त्यों त्यों यह प्रतिशत घटता गया और आज यह बेहद कम हो गया है। इसका परिणाम हुआ कि गांव खेतीए नदियांए तालाब की हालत खराब हुई। उन्होंने कहा कि  आज हिंडन सहित सभी नदियों की दुर्गति का मूल कारण यही है ।  इस क्रम में कार्यशाला में  भाग्योदय फाउंडेशन के अध्यक्ष श्राम महेश मिश्र ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न अंचलों में ग्राम सभाओं व पंचायतों के लोगों को जागरूक बनाने के लिए कार्यशाला के आयोजन किए जाएंगे जिनमें हिंडन नदी को स्वच्छ करनेए तटों पर वृक्षारोपण करनेए गांव की शिक्षा स्वास्थ्य एवं स्वावलंबन को सुदृढ़ता देने की रणनीति बनाई जाएगी। बैठक में हिंडन नदी को पुनर्जीवित करने के लिए एक कार्य योजना एवं स्थानीय टीम को गठित करने का दायित्व दिशा सेवा संस्थान मेरठ के अमित मोहन को सौंपा गया।

 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही सर्वोदय आश्रम हरदोई की उर्मिला श्रीवास्तव  ने ऊसर भूमि पर किए गए अपने प्रयोगों और अनुभवों को साझा किया। गाजियाबाद में हिंडन अर्थात हरनंदी पर काम कर रहे हैं हरनंदी जागृति अभियान के अध्यक्ष नवनीत सिंह ने अपने  सुझाव प्रस्तुत किए। जीवन जागृति जन कल्याण समितिए गायत्री गोधामए गायत्री परिवारए पुनर्नवा आयुर्वेदिक केंद्रए गौ रक्षा दलए नवधा योग हेल्थ केयर इंस्टीट्यूट आदि अनेक संगठन प्रमुखों ने भाग्योदय फाउंडेशन के साथ काम करने का संकल्प लिया।

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