
- भाजपा नेता रवि सतीजा की शिकायत पर बर्रा थाने में हुई गिरफ्तारी
- वसूली के लिए नाबालिग से बलात्कार का आरोप लगवाने का आरोप
- अखिलेश दुबे के साथ बेहद करीबी लवी मिश्रा भी गिरफ्तार किया गया
भास्कर ब्यूरो
कानपुर। कानपुर। समय-समय की बात है भैया….। किसी वक्त खाकी की आंख के नूर दक्षिण शहर के चर्चित चेहरे की गिरफ्तारी की खबर ने शहर को झकझोर दिया है। वरिष्ठ अधिवक्ता अखिलेश दुबे तथा बेहद करीबी लवी मिश्रा को दक्षिण पुलिस ने वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया है। छह घंटे की लंबी पूछताछ के बाद दोनों की गिरफ्तारी का ऐलान किया गया है। डॉक्टर साहेब और एकेडी के नाम से पहचान रखने वाले अखिलेश दुबे की गिरफ्तारी भाजपा नेता रवि सतीजा की शिकायत पर बर्रा थाने में दर्ज मुकदमे के सिलसिले में हुई है। भाजपा नेता ने बलात्कार के फर्जी मामले में फंसाकर वसूली करने का आरोप लगाया है। वर्ष 2022 में रवि सतीजा के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचना व अन्य मामलों में कई मुकदमे दर्ज कराए गए। आरोप है कि यह सभी मुकदमे अखिलेश दुबे के इशारे पर दर्ज कराए गए थे।
डेढ़ बजे सफाई देने निकले, लेकिन लौटे नहीं
पुख्ता सूत्रों के मुताबिक, भाजपा नेता रवि सतीजा की शिकायत पर बर्रा थाने में दर्ज मुकदमे के सिलसिले में अखिलेश दुबे अपनी सफाई प्रस्तुत करने फाइलों के पुलिंदा के साथ दोपहर करीब डेढ़ बजे डीसीपी-दक्षिण के दफ्तर पहुंचे तो उन्हें बर्रा थाने में संपर्क करने के लिए कहा गया। बर्रा थाने पहुंचते ही पुलिस ने अखिलेश दुबे और शागिर्द लवी मिश्रा को हिरासत में लेकर वसूली के आरोपों के सिलसिले में सवाल-जवाब करना शुरू कर दिया। चर्चा है कि, अधिवक्ता अखिलेश दुबे ने तमाम कागजात दिखाकर पुलिस अधिकारियों को संतुष्ट करना चाहा, लेकिन आरोपों की काट के संदर्भ में पुख्ता साक्ष्य हासिल नहीं होने के बाद रात साढ़े आठ बजे गिरफ्तारी का ऐलान कर दिया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रात में मेडिकल कराने के साथ जेल दाखिला की तैयारी है।
रवि पर नाबालिग लड़की के जरिए घिनौना आरोप
बात वर्ष 2022 की है, जब होटल कारोबारी और भाजपा नेता पर एक नाबालिग लड़की ने बलात्कार का आरोप लगाकर सनसनी फैलाई थी। बाद में पुलिस की जांच में सामने आया कि पाक्सो के मामले में शिकायत करने वाली लड़की मूल रूप से बिहार की रहने वाली थी और उसके साथ भी कोई घटना नहीं हुई थी। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि वसूली के इरादे से अखिलेश दुबे के इशारे पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया था। अलबत्ता दक्षिण पुलिस ने अभी तक उक्त मामले में कोई बयान दर्ज नहीं किया है। पुलिस की जांच में क्लीन-चिट मिलने के बाद भाजपा नेता रवि सतीजा ने अखिलेश दुबे तथा उनके सहयोगियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में बर्रा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
रसूखदारों के फोन घनघनाएं, कोई सुनवाई नहीं
दोपहर तीन बजे तक अखिलेश दुबे की गिरफ्तारी की खबर जंगल में आग की तरह फैल चुकी थी, लेकिन खुली जुबान से कोई बोलने के लिए तैयार नहीं था। अखिलेश के करीबी ब्राह्मण नेता ने तमाम संपर्कों के जरिए पुलिस अफसरों पर दबाव बनाने का प्रयास किया, लेकिन नाकामयाब हुए। अखिलेश के तमाम करीबियों ने भाजपा के बड़े नेताओं के जरिए सत्ताधीशों की पैरवी करना चाहा, लेकिन राजधानी के सीधे हस्तक्षेप के कारण सभी ने कन्नी काटना मुनासिब समझा।