उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियां चुनाव प्रचार में लगी हुई हैं। इसी क्रम में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने भी पूरी ताकत झोंक रखी है। पार्टी के केंद्रीय मंत्रियों से लेकर यूपी के कद्दावर नेताओं की फौज मतदाताओं के घर दस्तक दे रही है। इसी क्रम में आगरा पहुंचे यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव और उनकी समाजवादी पार्टी पर अपने हमलावर तेवर कायम रखे। आगरा के तीन विधानसभा सीटों पर मतदाताओं से बातचीत के दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार थी तो गुंडों, अपराधियों, दंगाइयों से पुलिस के जवान डरते थे, क्योंकि उनको सत्ता का संरक्षण प्राप्त था। अखिलेश यादव अपने चाचा आजम खान, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी से डर जाते थे। इसका परिणाम था कि प्रदेश के अंदर दंगे होते थे। उनके कार्यकाल में 700 दंगे हुए थे, जबकि भाजपा की पांच साल की सरकार में यूपी में एक भी दंगा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से जनता ने 2017 के चुनाव में भाजपा को आशीर्वाद दिया था और आगरा की सभी नौ सीटों पर कमल का फूल खिलाया था। उसको एक बार से फिर जनता दोहराने का काम करेगी।
डिप्टी सीएम ने जनता से कहा कि डबल इंजन की सरकार ने अपनी प्राथमिकता में सबसे ऊपर कानून व्यवस्था को रखा। हम 24 करोड़ लोगों को सुरक्षा का माहौल दे सके। गुंडे माफिया, अपराधी और दंगाइयों को नियंत्रण में रख सके। आज अगर भयभीत कोई है तो वो अपराधी है, भ्रष्टाचारी है और निर्भीक अगर कोई है तो वह आगरा सहित उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनता है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि 2022 में अखिलेश यादव एंड कम्पनी मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रही हैं। उनको लगता है कि हम सत्ता में वापस आ जाएंगे। सपा का जब आगरा में खाता नहीं खुल सकता तो उत्तर प्रदेश में सरकार बना सकती है क्या। इनके प्रत्याशियों की सूची गुंडे, अपराधी, माफिया दंगाई और भ्रष्टाचारियों का एक गैंग है और इनके सरदार अखिलेश यादव हैं। जिन लोगों ने कैराना से मेरे यूपी के लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर किया था, उनको सपा गठबंधन ने अपना प्रत्याशी बना दिया है।