लखीमपुर : उत्तरकाशी टनल हादसा- अपने जिले में पहुंचा श्रमवीर मंजीत, प्रशासन ने किया जोरदार स्वागत

  • मंजीत ने सुनाई आपबीती, साथियों के साथ काटा मुश्किल वक्त, नहीं टूटने दी हिम्मत
  • डीएम, एसपी की अगुवाई में जोरदार स्वागत, उनके पिता को शॉल उढ़ाकर किया सम्मानित

दैनिक भास्कर ब्यूरो ,

लखीमपुर। खीरी जिले के तहसील निघासन के भैरमपुर गांव का रहने वाला श्रमवीर मंजीत उत्तराखंड की टनल से बाहर निकलने के बाद शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जनपद खीरी पहुंचा, जहां कलेक्ट्रेट में प्रभारी डीएम/सीडीओ अनिल कुमार सिंह और एसपी गणेश प्रसाद साहा की अगुवाई में जोरदार स्वागत हुआ।

शुक्रवार को श्रमवीर मंजीत के खीरी पहुंचने पर जिला प्रशासन के तत्वावधान में कलेक्ट्रेट सभागार में स्वागत समारोह आयोजित हुआ। प्रभारी डीएम/सीडीओ अनिल कुमार सिंह, एसपी गणेश प्रसाद साहा ने एडीएम संजय कुमार सिंह संग मंजीत और उनके पिता को शॉल उढ़ाकर सम्मानित किया और उन्हें मिठाई और उपहार भी प्रदान किए। इस दौरान मंजीत ने डीएम को 17 दिनों की टनल के अंदर से बाहर आने तक की कहानी सुनाई। कहा कि हमें लगा था कि यही मर जाएंगे। मगर सरकार के प्रयास से बाहर आ गए। 

प्रभारी डीएम अनिल कुमार सिंह ने कहा कि पूरा शासन प्रशासन हर मुश्किल समय में आपके लिए खड़ा है और खड़ा रहेगा। इस दौरान डीएम ने श्रमवीर मंजीत के साहस और धैर्य की सराहना भी की। सीएम के निर्देश पर श्रमिकों की पल-पल जानकारी के लिए प्रदेश सरकार की ओर से एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था। साथ ही सभी परिजनों को उनकी स्थिति के विषय में हर दिन अपडेट किया जा रहा था। सीएम स्वयं इसकी मॉनीटरिंग भी कर रहे थे। 

एसपी गणेश प्रसाद साहा ने कहा कि सरकार के अथक प्रयासों का ही परिणाम है कि श्रमिक जन सुरक्षित अपने घरों को पहुंच रहे हैं। एसपी ने श्रमवीर मंजीत के साहस और धैर्य की सराहना भी की। बताते चले कि खीरी के मंजीत उन 41 मजदूरों में से एक है, जो मंगलवार की रात जिंदगी की जंग जीतकर लौटा है। मंजीत और उसके साथियों के लिए देशभर से दुआएं मांगी जा रही थीं। अब उनके बचने के बाद हर कोई जानना चाहता है कि टनल में वे किस तरह संघर्ष करते रहे। मंजीत एक सांस में पूरी कहानी सुनाते हैं।

मंजीत ने बताया, 17 दिन का समय काफी चुनौतीपूर्ण था। करीब 10 दिन फंसे रहने के बाद बाहर से की जा रही मदद के जरिए हमारे पास तक एक पाइप पहुंचा। इसी के जरिए हमें खाना मिल सका। इससे पहले सूखा चीज ही खाने का मिल रहा था। हम लोगों को परिवार की भी चिंता हुई तो बाहर हमारी मदद में जुटी टीम ने माइक्रोफोन के जरिए परिवार के लोगों से बात कराई। इसके बाद थोड़ा सुकून मिला। समय बिताने के लिए टनल के अंदर की एक-दूसरे से बातचीत करते थे। टनल में ही थोड़ा टहल लेते थे।

सम्मान समारोह के दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी सौम्यशील, बीएसए प्रवीण तिवारी, डीएसओ अंजनी कुमार सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर, अपर जिला सूचना अधिकारी नरेंद्र कुमार सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

Dainikbhaskarup.com अब WhatsApp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरें
https://whatsapp.com/channel/0029Va6qmccKmCPR4tbuw90X

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें