मदर्स डे: सारे जहां में नहीं मिलता बेशुमार इतना, सुकून मिलता है मां के प्यार में जितना…

नई दिल्ली। अपना पूरा जीवन बच्चों की खुशी के लिए समर्पित करने वाली मां को सम्मान देने और उसके समर्पण का शुक्रिया अदा करने के लिए मदर्स डे सेलीब्रेट किया जाता है। हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है। इस बार यह स्पेशल डे 10 मई को है। मदर्स डे के दिन लोग मां के प्यार, त्याग और तपस्या के बदले अपनी भावनाओं को जाहिर करते हैं। ऐसे तो मां को धन्यवाद कहने के लिए एक दिन काफी नहीं है लेकिन यह दिन पूरी दुनिया में मनाया जाता है। आइए जानते हैं इसकी शुरुआत कब और कैसे हुई… 

मदर्स डे लोगों को मौका देता है कि, वह अपनी मां को उनको जन्म देने, सुरक्षा और देखभाल करने, पाल-पोसकर बड़ा करने के लिए धन्यवाद कर सकें। यह दिन भारत, अमेरिका और चीन सहित दुनिया के कई देशो में मनाया जाता है। मां को सम्मान देने वाले इस खास दिन की शुरुआत अमेरिका से हुई थी। मदर्स डे मनाने की परंपरा शुरू करने का श्रेय अमेरिका की एना एम. जार्विस को जाता है।

अमेरिकन एक्टिविस्ट एना जार्विस अपनी मां से बहुत प्यार करती थीं। अमेरिका के वेस्ट वर्जिनिया में एना का जन्म हुआ था। उनकी मां अन्ना रीस जार्विस दो दशकों तक एक चर्च में संडे स्कूल टीचर के रूप में काम करती रहीं। एक दिन जब उनकी मां संडे स्कूल सेशन के दौरान बाइबिल में मां पर एक पाठ के बारे में बता रही थीं। उस समय एना जार्विस महज 12 साल की थीं। पाठ के दौरान उनकी मां ने एक इच्छा जाहिर की।

एना जार्विस ने अपनी मां को कहते सुना था कि, एक दिन आएगा जब कई मां और मातृत्व को मनाने के लिए एक दिन समर्पित किया जाएगा। उस समय तक सिर्फ पुरुषों को समर्पित दिन को मनाया जाता था। माताओं के सम्मान के लिए कोई खास दिन नहीं मनाया जाता था। मां की मौत के बाद प्यार जाहिर करने के लिए एना जार्विस ने इस दिन की शुरुआत की। 

ये भी कहा जाता है कि, एना की मां ने उन्हें बड़े ही जतन से पाला-पोसा था। मां के इस समर्पण से वह काफी प्रेरित थीं। उन दिनों एना ने प्रतिज्ञा की कि, वह कभी शादी नहीं करेंगी और अपनी मां की सेवा उसी भाव से करेंगी, जैसा मां करती हैं।जब एना की मां मौत हुई उसके दो साल बाद, एना और उनकी दोस्तों ने एक अभियान चलाया। उन्होंने मदर्स डे मनाने की राष्ट्रीय छुट्टी के लिए लोगों का समर्थन प्राप्त किया। वह चाहती थीं कि, बच्चे मां का सम्मान करें और उनके योगदानों की सराहना करें। उनको यह उम्मीद थी, जब एक दिन मदर्स डे मनाया जाएगा तो मां और पूरे परिवार का आपस में संबंध और भी मजबूत होगा।

एना के तमाम प्रयासों के बाद 8 मई 1914 को संयुक्त राज्य अमेरिका की संसद ने मई के दूसरे रविवार को ‘मदर्स डे’ मनाने की घोषणा कर दी। तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति वूड्रो विल्सन ने इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश भी घोषित किया। हालांकि एना यह भी नहीं चाहती थीं कि, मदर्स डे का बाजारीकरण हो। इस स्पेशल डे के मौके पर फिजूलखर्ची जैसे- मां को महंगा गिफ्ट देना और अन्य खर्चों के खिलाफ थीं। उनका मानना था, इस मौके पर मां को फूल दिया जाना चाहिए। बाद में एना मदर्स डे को मुनाफाखोरी और कमाई का जरिया बनाने वालों के खिलाफ अभियान चलाने लगी थीं। अपने अंतिम दिनों में उन्होंने मदर्स डे को कैलेंडर से हटवाने की मुहिम भी चलाई। वहीं ईसाई समुदाय के लोग इस दिन को वर्जिन मेरी का दिन मानते हैं। यूरोप और ब्रिटेन में मदरिंग संडे भी मनाया जाता है।

अगर आप अब तक अपनी मॉम को विश करना चाहते हैं उन्हें स्पेशल फील करवाना चाहते हैं, तो उन्हें लॉकडाउन के इस समय में मदर्स डे पर हैप्पी मदर्स डे (Happy Mother’s Day) के इन मैसेज (Whatsapp, SMS, Facebook Status, Quotes) के जरिए wish कर सकते हैं….

-इस लिए चल न सका कोई भी ख़ंजर मुझ पर
मेरी शह-रग पे मिरी माँ की दुआ रक्खी थी – नज़ीर बाक़री
Happy Mother’s Day

-इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है
मां बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है – मुनव्वर राना
Happy Mother’s Day

सारे जहां में नहीं मिलता बेशुमार इतना,
सुकून मिलता है मां के प्यार में जितना
Happy Mother’s Day

रुके तो चांद जैसी है,
चले तो हवाओं जैसी है,
वह मां ही है जो धूप में भी छांव जैसी है!
Happy Mother’s Day

मत कहिए मेरे साथ रहती है मां,
कहिए कि मां के साथ रहते हैं हम.
Happy Mother’s Day

मेरी दुनिया में इतनी शोहरत है,
मेरी मां की बदौलत है..
Happy Mother’s Day

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