पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी लगातार भाजपा को आइना दिखा रहे हैं। उनके गरम गरम बयानों की वजह से भाजपा सरकार बेहद संशय में है। कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि करेें तो क्या करें। कभी गन्ना रेट तो कभी किसान आंदोलन के मुद्दे पर तो अब की बार वरुण गांधी के निशाने पर है सरकार की निजीकरण की नीति। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने सरकार की निजीकरण की नीति की आलोचना करते हुए कहा है कि, सिर्फ बैंकों और रेलवे के निजीकरण से ही 5 लाख कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे। वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार भाजपा पर निशाना साधते हुए यह भी कहाकि, एक लोक कल्याणकारी सरकार को कभी भी पूंजीवाद को बढ़ावा नहीं देना चाहिए।
बैंक और रेलवे के 5 लाख कर्मचारी हो जाएंगे बेरोजगार
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मंगलवार सुबह एक ट्विट किया और थोड़ी देर बाद उसे रिट्विट भी किया। वरुण गांधी अपने ट्विट में सरकार को सलाह देते हुए कहाकि, केवल बैंक और रेलवे का निजीकरण ही 5 लाख कर्मचारियों को ‘जबरन सेवानिवृत्त’ यानि बेरोजगार कर देगा। समाप्त होती हर नौकरी के साथ ही समाप्त हो जाती है लाखों परिवारों की उम्मीदें। सामाजिक स्तर पर आर्थिक असमानता पैदा कर एक ‘लोक कल्याणकारी सरकार’ पूंजीवाद को बढ़ावा कभी नहीं दे सकती।
वरुण गांधी के तेवर से भाजपा असहज
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 हो रहे हैं। तीन चरणों की वोटिंग हो चुकी है। 23 फरवरी को चौथे चरण के लिए वोटिंग है। इस वक्त भाजपा के खिलाफ पीलीभीत सांसद वरुण गांधी के बयान पार्टी और उसके सभी दिग्गज नेताओं को परेशान कर रहे हैं। हालांकि वरुण गांधी के तेवर को देखते हुए यह साफ-साफ नजर आ रहा है कि वो अब पीछे हटने को तैयार नहीं है।