तनाव या दुख के कारण कभी-कभी चेहरे से मुस्कान गायब हो जाती है। लेकिन जबरदस्ती मुस्कुराने की एक्टिंग करते हैं, तो कुछ समय के लिए ही सही अंदर से खुशी मिल जाती है। दरअसल, कई दशकों से इस फेशियल फीडबैक हाईपोथिसिस पर विवाद बना हुआ था। मगर हाल में 19 देशों के 4000 से ज्यादा लोगों पर अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की रिसर्च में ये थ्योरी सही साबित हुई है।
दिखावटी मुस्कान भी फायदेमंद
इस शोध के लिए तीन ग्रुप्स बनाए गए थे। पहले ग्रुप को मुंह में पेन फंसाकर स्माइलिंग पोज बनाने के लिए मसल्स खींचने को कहा गया। दूसरे ग्रुप को अभिनेताओं की तरह मुस्कुराने की एक्टिंग करने और तीसरे ग्रुप को स्माइलिंग पोज बनाकर दिखावटी स्माइल करने के लिए कहा गया।
इस दौरान सभी को खाली स्क्रीन, फूल, पटाखा और दूसरी फोटोज दिखाई गईं। फेशियल फीडबैक रिस्पॉन्स थ्योरी बताती है कि जब आप चेहरे की मसल्स को मुस्कुराने के लिए कहते हैं, तो मसल्स में खिंचाव होता है। इससे हॉर्मोन रिलीज होते हैं। इससे आपके दिमाग में खुशी का संचार होने लगता है और आप खुश हो जाते हैं।
मुस्कुराने के भाव से तनाव घटता है
शोध में सामने आया कि मुस्कुराने का भाव लाने से ही सभी के चेहरे पर खुशी लौट आती है। वैज्ञानिकों ने पहले ग्रुप में थोड़ी कम, पर बाकी दो ग्रुप्स की खुशी को बढ़ा हुआ पाया। भले ही इस शोध का असर छोटा था, लेकिन यह थेरेपी काम कर रही थी।