[ जांच के दौरान अधिकारी ]
दैनिक भास्कर ब्यूरो ,
पीलीभीत। विकासखंड मरौरी के एक जिला पंचायत सदस्य की शिकायत पर 10 करोड़ से ऊपर के घोटाले की जांच शुरू हो गई है। मामले की शिकायत मुख्य विकास अधिकारी से की गई थी, इसके बाद कमेटी बनाकर मामले की जांच कराई जा रही है।जिला पंचायत सदस्य अजय कुमार ने 25 सितंबर को मुख्य विकास अधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह को एक शिकायती पत्र देकर जिला उद्यान विभाग में वृक्षारोपण के नाम पर 10 करोड़ से ऊपर का भ्रष्टाचार बताकर जांच करने की मांग की थी। अजय कुमार की ओर से दिए गए शिकायती पत्र में तीन बिंदुओं पर वित्तीय मामलों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे।
वृक्षारोपण वर्ष 2022-23 में करीब 16 लख रुपए की धनराशि को फर्जी बिल वाउचर से निकलने का आरोप, ड्रिप सिंचाई योजना के अंतर्गत करीब 10 करोड़ से अधिक खर्च दिखाकर बंदर बांट करने का आरोप और उद्यान विभाग के अलावा मनरेगा की योजनाओं में भ्रष्टाचार होने की बात कही गई थी।
प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद 1 दिसंबर को करोड़ों के घोटाले में नामित अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार को सहायक आयुक्त सहकारिता डा0 प्रदीप कुमार व उपायुक्त उद्योग आत्मदेव शर्मा ने उद्यान विभाग के ऑफिस पहुंचकर राजकीय नर्सरी का निरीक्षण किया और जांच प्रारंभ की है। जांच शुरू होने के साथ ही विभागीय अधिकारियों में खलबली मची हुई है।
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