राजस्थान के सीकर में PM मोदी, कहा-कांग्रेस की सरकार लूट की दुकान और झूठ का बाजार है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को राजस्थान के सीकर पहुंचे। भाजपा के चुनावी अभियान की शुरुआत की और कहा- कांग्रेस की सरकार का मतलब है कि लूट की दुकान और झूठ का बाजार। लूट की दुकान का नया प्रोडक्ट है लाल डायरी। ये कांग्रेस का डिब्बा गोल कर देगी।

इससे पहले सीकर में हुए एक प्रोग्राम में मोदी ने किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त जारी की। साढ़े 8 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में 2000 रुपए की किस्त ट्रांसफर की गई। इस प्रोग्राम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी जाना था, पर वो नहीं गए।

उन्होंने सुबह ही ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री के प्रोग्राम से उनकी 3 मिनट की स्पीच हटा दी गई। इसलिए वो ट्वीट के जरिए पीएम का स्वागत कर रहे हैं। PMO ने इस पर जवाब दिया कि उन्हें न्योता दिया गया था और स्पीच भी प्रोग्राम में रखी गई थी।

मोदी सीकर में 6 मुद्दों पर बोले

  1. लाल डायरी
    राजस्थान में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, तब से विकास में रोड़े अटकाने का ही काम चल रहा है। कांग्रेस की सरकार का मतलब है कि लूट की दुकान और झूठ का बाजार। इस लूट की दुकान का ताजा प्रोडक्ट है लाल डायरी। लाल डायरी इस चुनाव में पूरी कांग्रेस का डिब्बा गोल करने जा रही है। जो चार साल सिर्फ सोएगा, वो काम का हिसाब कैसे देगा? इन लोगों ने सरकार का हर दिन आपसी खींचतान, वर्चस्व की लड़ाई में बर्बाद किया है।
  2. विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A
    कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने नाम बदलने का पैंतरा चला। कोई पीढ़ी या कंपनी बदनाम हो जाए तो तुरंत कंपनी वाले नया बोर्ड लगाकर अपना काम शुरू कर देते हैं। कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों की जमात ऐसे फ्रॉड कंपनियों की नकल कर रही है। यूपीए से नाम बदलकर I.N.D.I.A’ कर दिया। नाम इसलिए बदला ताकि ये कर्ज माफी के नाम पर किसानों से विश्वासघात छिपा सकें। आतंकवाद के आगे घुटने टेकने की बात छिपा सकें।
  3. भ्रष्टाचार भारत छोड़ो
    जैसे आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के लिए ‘क्विट इंडिया’ का नारा दिया था, वैसे ही समृद्ध भारत बनाने के लिए भ्रष्टाचार क्विट इंडिया, आतंकवाद क्विट इंडिया, परिवारवाद क्विट इंडिया जैसे नारे की जरूरत है।
  4. इंडिया नाम ईस्ट इंडिया कंपनी में भी
    इनका तरीका वही है, जो हमेशा दुश्मनों ने अपनाया है। इंडिया नाम तो ईस्ट इंडिया कंपनी में भी था। इंडिया नाम भारत भक्ति दिखाने के लिए नहीं, बल्कि भारत को लूटने के इरादे से लगाया गया था। कांग्रेस के शासनकाल में स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) बना था, इसमें भी इंडिया था, लेकिन मकसद आतंकवाद था। यह नाम बदलकर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया हो गया। नाम नया, काम वही पुराना। भारत की परवाह होती तो वो विदेशियों से भारत में दखल देने की बात नहीं करते।
  5. राजस्थान में पेपर लीक उद्योग चल रहा
    सीकर शिक्षा नगरी के रूप में जाना जाता है, लेकिन यहां सत्ताधारी दल के लोग ही पेपर लीक का उद्योग चला रहे हैं। युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ किया है, इसलिए कांग्रेस को हटाना पड़ेगा।
  6. यहां तीज-त्योहारों पर भी खतरा
    राजस्थान में हमारे तीज-त्योहारों पर भी खतरा मंडरा रहा है। कब पत्थर चल जाए, कब कर्फ्यू लग जाए, कहा नहीं जा सकता। गैंगरेप कर बेखौफ आरोपी वीडियो वायरल कर देते हैं। छोटी बच्चियों से लेकर स्कूल में पढ़ाने वाली टीचर तक यहां सुरक्षित नहीं हैं। कांग्रेस के नेता कार्रवाई करने की बजाय पीड़ित महिलाओं पर ही झूठ बोलने का आरोप लगा रहे हैं।

किसानों के खातों में 17 हजार करोड़ ट्रांसफर किए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीकर में किसानों के खातों में 17 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने किसानों के लिए यूरिया गोल्ड भी लॉन्च किया। मोदी ने कहा कि जो यूरिया की बोरी देश के किसानों को 266 रुपए में मिल रही है, वह बोरी पाकिस्तान में 800 रुपए में मिलती है। पड़ोसी देश चीन में 2100 रुपए और अमेरिका में 3 हजार रुपए में मिल रही है।

गहलोत के शामिल होने को लेकर केंद्र-राज्य सरकार के बीच विवाद
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही प्रोग्राम में शामिल हुए। कार्यक्रम में उनके शामिल होने को लेकर राजस्थान और केंद्र सरकार के बीच विवाद हो गया।

गहलोत ने गुरुवार सुबह एक ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से उनकी 3 मिनट की स्पीच हटा दी गई, इसलिए भाषण के माध्यम से PM का स्वागत नहीं कर पाएंगे। गहलोत ने लिखा- अब मैं इस ट्वीट के जरिए तहेदिल से आपका स्वागत करता हूं। इसके बाद PMO ने उनके ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि आपके कार्यालय ने ही कार्यक्रम में न आ पाने की बात बताई थी। इसके बाद गहलोत ने फिर ट्वीट कर कहा कि मैं अभी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नॉन इनटरेक्टिव मोड पर शामिल रहूंगा। हालांकि मोदी ने अपने भाषण में कहा कि गहलोत जी चोट के कारण कार्यक्रम में नहीं आ पाए, मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।

अब पढ़िए, गहलोत और PMO के सिलसिलेवार ट्वीट…

गहलोत ने कहा- मेरा 3 मिनट का संबोधन हटा दिया

पीएम के दौरे से कुछ घंटे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि मेरा 3 मिनट का संबोधन हटा दिया गया है, इसलिए भाषण में मैं आपका स्वागत नहीं कर सकूंगा।

इसके बाद गहलोत ने ट्वीट के जरिए अपनी मांगें रखीं

गहलोत ने लिखा- मैं इस कार्यक्रम में अपने भाषण के माध्यम से जो मांग रखता वो इस ट्वीट के माध्यम से रख रहा हूं। आशा करता हूं 6 महीने में की जा रही इस 7वीं यात्रा के दौरान आप इन्हें पूरी करेंगे।

  1. राजस्थान खासकर शेखावाटी के युवाओं की मांग पर अग्निवीर स्कीम को वापस लेकर सेना में परमानेंट भर्ती पूर्ववत जारी रखी जाए।
  2. राज्य सरकार ने अपने अंतर्गत आने वाले सभी को-ऑपरेटिव बैंकों से 21 लाख किसानों के 15,000 करोड़ रुपए के कर्जमाफ किए हैं। हमने केन्द्र सरकार को राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्ज माफ करने के लिए वन टाइम सैटलमेंट का प्रस्ताव भेजा है, जिसमें किसानों का हिस्सा हम देंगे। इस मांग को पूरा किया जाए।
  3. राजस्थान विधानसभा ने जातिगत जनगणना के लिए संकल्प पारित कर भेजा है। केन्द्र सरकार इस पर अविलंब निर्णय ले।
  4. NMC की गाइडलाइंस के कारण हमारे तीन जिलों में खोले जा रहे मेडिकल कॉलेजों में केन्द्र सरकार से कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल रही है। ये पूरी तरह स्टेट फंडिंग से बन रहे हैं। इन आदिवासी बाहुल्य तीनों जिलों के मेडिकल कॉलेजों में भी केन्द्र सरकार 60% की फंडिंग दे।
  5. पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना का दर्जा दिया जाए। मेरा आपसे निवेदन है कि आप इन मांगों पर आज सकारात्मक रुख अपनाकर प्रदेश वादियों को आश्वस्त करें।

PMO का जवाब- गहलोत दफ्तर ने बताई कार्यक्रम में न आ पाने की बात

इस ट्वीट के कुछ देर बाद ही प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने ट्वीट किया। PMO ने कहा- प्रोटोकॉल के तहत आपको प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है और आपकी स्पीच भी इस प्रोग्राम में रखी गई थी, लेकिन आपके दफ्तर से हमें बताया गया कि आप कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे।

प्रधानमंत्री के पिछले दौरों में भी आपको आमंत्रित किया गया था और आपने इन कार्यक्रमों में शामिल होकर गरिमा बढ़ाई थी।

आपका इस कार्यक्रम में स्वागत है और विकास कार्यों की शिला पट्टिका पर भी आपका नाम लिखा हुआ है।

हाल ही में लगी चोट के चलते आपको कोई असुविधा ना हो तो आपकी उपस्थिति महत्वपूर्ण रहेगी।

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