राष्ट्रपति ने तीजन बाई, मनोज वाजपेयी, गौतम गंभीर समेत कई लोगों दिए पद्म पुरस्कार, देखें तस्वीर

  •  पत्रकार देवेन्द्र स्वरूप को मरणोपरांत पद्मश्री सम्मान, धर्मपत्नी सुषमा अग्रवाल ने प्राप्त किया

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को छत्तीसगढ़ की लोक गायिका तीजन बाई, पर्वतारोही बछेन्द्री पाल, अभिनेता मनोज वाजपेयी, क्रिकेटर गौतम गंभीर, फुटबॉलर सुनील छेत्री और दिवंगत वरिष्ठ पत्रकार देवेन्द्र स्वरूप सहित 54 हस्तियों को पद्म पुरस्कार प्रदान किए। इसके अलावा कार्यक्रम में एक पद्म विभूषण और दो पद्मश्री पाने वाली हस्तियां अनुपस्थित रहीं।

पद्म पुरस्कार लेती हस्तियां

राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में आज आयोजित विशेष समारोह में राष्ट्रपति कोविंद ने दो लोगों को पद्म विभूषण, छह को पद्म भूषण और 46 को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया। इनमें इतिहासकार, विचारक और पत्रकार देवेन्द्र स्वरूप को मरणोपरांत पद्मश्री से सम्मानित किया गया। देवेंद्र स्वरूप की धर्मपत्नी सुषमा अग्रवाल ने राष्ट्रपति से यह पुरस्कार प्राप्त किया। वह व्हीलचेयर पर थीं, जिसके कारण राष्ट्रपति ने प्रोटोकॉल से इतर पोडियम से उतरकर उन्हें यह सम्मान भेंट किया।

राष्ट्रपति कोविंद की सहृदयता और समाज सेवकों के प्रति अपनत्व की भावना को प्रदर्शित करने वाला इस तरह का नजारा आज के कार्यक्रम में पांच बार देखने को मिला।

एमडीएच मसाला कंपनी के अध्यक्ष महाशय धर्मपाल गुलाटी, सरस्वती नदी शोध संस्थान के अध्यक्ष दर्शन लाल जैन, रंगमंच अभिनेता दिनीयार आर कोन्ट्रेक्टर और मिथिला चित्रकार गोदावरी दत्त की आयु और चलने में असमर्थता को देखते हुए राष्ट्रपति नीचे उतरकर स्वयं उनके पास गए और सम्मान दिया।

गरीबी के कारण दूसरों के घरों में काम कर गुजर-बसर करने वाली अशिक्षित कर्नाटक की पर्यावरणविद सालुमरदा तिम्मक्का को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति कोविंद से ऐसे अपनत्व का अहसास हुआ तो वह स्वयं को राष्ट्रपति को आशीर्वाद देने से रोक नहीं सकीं।

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, हर्षवर्धन, विजय गोयल, थावरचंद गहलोत और वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी सहित अनेक गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।

राष्ट्रपति ने इससे पहले सोमवार को एक पद्म विभूषण, आठ पद्म भूषण और 46 हस्तियों को पद्मश्री से सम्मनित किया था। केंद्र सरकार ने 26 जनवरी को प्रतिष्ठित पुरस्कारों के लिए कुल 112 नामों की घोषणा की थी। इनमें 94 पद्मश्री, 14 पद्म भूषण और चार पद्म विभूषण शामिल हैं। पुरस्कार पाने वालों में 21 महिलाएं, 11 विदेशी, एनआरआई, पीआईओ, ओसीआई की श्रेणी से हैं। तीन को मरणोपरांत और एक ट्रांसजेंडर भी है।

पद्म विभूषण (2)

छत्तीसगढ़ की लोक गायिका तीजन बाई को कला और लोक गीत क्षेत्र में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। वह पहली महिला पंडवानी लोक गायिका हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र के अनिल कुमार मणिभाई को व्यापार और उद्योग क्षेत्र में यह सम्मान दिया गया।

पद्म भूषण (6)

दिल्ली के महाशय धर्मपाल गुलाटी को व्यापार और उद्योग क्षेत्र, हरियाणा के दर्शन लाल जैन को समाज कार्य, महाराष्ट्र के अशोक लक्ष्मणराव कुकाडे को चिकित्सा क्षेत्र में, केरल के शंकरलिंगम नंबी नारायणन को विज्ञान क्षेत्र में, उत्तराखंड की पर्वतारोही बछेंद्री पाल को खेल-पर्वतारोहण क्षेत्र में, दिल्ली के विजय कृष्ण शुंगलू को सिविल सेवा के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।

पद्मश्री (46)

राजेश्वर आचार्य (कला-हिंदुस्तानी गायन, उत्तर प्रदेश), मनोज वाजपेयी (अभिनय-फिल्म,महाराष्ट्र), उद्धव कुमार भराली (विज्ञान-इंजीनियरिंग-जमीनी नवोन्मेष,असम), ओमे भारती (मेडिसिन-रेबीस, हिमाचल प्रदेश), प्रीतम भरतवाण (कला-लोकगायन, उत्तराखंड), ज्योति भट्ट (चित्रकला, गुजरात), स्वपन चौधुरी (संगीत-तबला, पश्चिम बंगाल), कंवल सिंह चौहान (कृषि,हरियाणा), सुनील छेत्री (खेल-फुटबॉल,तेलंगाना), दिनयार कांट्रेक्टर (कला-रंगमंच,महाराष्ट्र), थांगा दारलोंग (कला-बांसुरीवादन,त्रिपुरा), गोदावरी दत्ता (चित्रकला, बिहार), गौतम गंभीर (खेल-क्रिकेट, दिल्ली), द्रौपदी घिमिरे (सामजकार्य-द्विव्यांग,सिक्किम), रोहिणी गोडबोले (विज्ञान-इंजीनियरिंग-परमाणु,कर्नाटक), फ्रेड्रिक इरिना (समाजसेवा-पशु कल्याण, जर्मनी), जोरावारसिंह जाधव( कला-लोकनृत्य, गुजरात), नरसिंह देव जामवाल (साहित्य-शिक्षा, जम्मू कश्मीर), फयाज अहमद जान (कला-कागज की कलाकृति, जम्मू-कश्मीर), सुभाष काक (विज्ञान-इंजीनियरिंग-तकनीक, अमेरिका), सुदाम काते (मेडिसिन-सिकिलसेल, महाराष्ट्र), अब्दुल गफूर खत्री (चित्रकला, गुजरात), बॉम्बायला देवी लैशराम (खेल-तीरंदाजी,मणिपुर), कैलाश मदबायिया (साहित्य-शिक्षा, मध्य प्रदेश), रामजी बाबाजी महाराज (समाजसेवा-पशु कल्याण,उत्तर प्रदेश), गीता मेहता (साहित्य-कला, अमेरिका), के.के.मुहम्मद (पुरातत्व, केरल), दैत्री नाइक (समाजसेवा,ओडिशा), नर्तकी नटराज (कला-भरतनाट्यम, तमिलनाडु), शेरिंग नोरबू (मेडिसिन-सर्जरी, जम्मू-कश्मीर), अनूप रंजन पांडे (कला-संगीत, छत्तीसगढ़), हुकुमचंद पाटीदार (कृषि, राजस्थान), हरविंदर सिंह फुल्का (लोकमामले, पंजाब), माधुरी चिन्ना पिल्लई (समाजसेवा-माइक्रोफाइनेंस, तमिलनाडु), ताओ पोरछोन लिंच (योग, अमेरिका), कमला पुझारी (कृषि,ओडिशा), जगत राम (मेडिसिन-नेत्र विशेषज्ञ, चंडीगढ़), चाय की दुकान चलाने वाले देवरापल्ली प्रकाश राव (समाजसेवा-सस्ती शिक्षा, ओडिशा), अनूप शाह (कला-फोटोग्राफर,उत्तराखंड), मिलेना सेलविनी (कला-कथकली नृत्यांगना, फ्रांस), नागिनदास संघवी (साहित्य, शिक्षा व पत्रकारिता, महाराष्ट्र), सिरिवेन्नेला सीताराम शास्त्री (कला व गीतकार, तेलंगाना), शब्बीर शैयद (सामाजिक कार्यकर्ता व पशु कल्याण, महाराष्ट्र), मोहम्मद हनीफ खान शास्त्री (साहित्य व शिक्षा, दिल्ली), ब्रजेश कुमार शुक्ला (साहित्य व शिक्षा, यूपी), प्रशांति सिंह (बास्केटबॉल, यूपी), सुल्तान सिंह (पशुपालन, हरियाणा), ज्योति कुमार सिन्हा (सामाजिक कार्य, किफायती शिक्षा, बिहार), शारदा श्रीनिवासन (पुरातत्व, कर्नाटक), देवेन्द्र स्वरूप (साहित्य व शिक्षा-पत्रकारिता, उत्तर प्रदेश), राजीव तारानाथ (कला, संगीत-सरोद, कर्नाटक), एस. तिम्माक्का (सामाजिक कार्य, पर्यावरण, कर्नाटक), भारत भूषण त्यागी (कृषि, यूपी), रामास्वामी वेंकटस्वामी (चिकित्सा, दवा, तमिलनाडु), हीरा लाल यादव (कला, लोक कलाकार, यूपी)।

 

कार्यक्रम में इस्माइल ओमर गेलेह को पद्म विभूषण और ताओ पोर्चोन लिंच और राजीव तारानाथ को पद्मश्री दिया जाना था लेकिन यह लोग अनुपस्थित रहे।

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