मुंबई । पुणे वासियों के लिए परेशानी का सबब बन रहे चांदनी चौक पर निर्मित पुल को रविवार तड़के महज 5 सेकेंड में ध्वस्त कर दिया गया। पुल को ध्वस्त करने के लिए नोएडा में ट्विन टावर को ध्वस्त करने की तकनीक अपनाई गई। पुल को ढहाने के लिए करीब 600 किलोग्राम विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया। पुल के आसपास लोगों को एकत्रित होने से रोकने के लिए इलाके में निषेधाज्ञा लगाई गई थी। यह सारी प्रक्रिया पुणे जिले के जिलाधिकारी डॉ.राजेश देशमुख के नेतृत्व में संपन्न हुई। रविवार की सुबह से मलबा हटाने का काम जारी है।
#WATCH | Maharashtra: Rubble of demolished Pune's Chandni Chowk bridge laid bare along with a cloud of dust after the demolition
(Source: District Information Office Pune) pic.twitter.com/EwfQwwAm52
— ANI (@ANI) October 1, 2022
चांदनी चौक में यातायात की स्थिति को सुधारने के उद्देश्य वाली एक परियोजना के हिस्से के तहत इस पुल को ध्वस्त किया गया है। चांदनी चौक इलाके में सुबह और शाम के समय यातायात जाम की समस्या रहती है। पुल का निर्माण नब्बे के दशक में हुआ था। पुल को ढहाने का ठेका एडिफिस इंजीनियरिंग कंपनी को दिया गया था।
एडिफिस इंजीनियरिंग कंपनी के पार्टनर उत्कर्ष गुप्ता ने बताया कि हम पुल को गिराने में शत-प्रतिशत सफल रहे। हमने एक धमाका किया और पुल ध्वस्त हो गया। इसी तकनीक का इस्तेमाल नोएडा में ट्विन टावर को ध्वस्त करने के लिए किया गया था। बहुत जल्द मौके से मलबा हटा दिया जाएगा और यातायात बहाल कर दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि पुल को ध्वस्त करने के लिए डेढ़ से दो मीटर लंबाई और लगभग 35 मिमी व्यास के 1,300 छेद ड्रिल किए गए थे। 600 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। नियंत्रित तरीके से ब्लास्ट करने के लिए 1,350 डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया। मिशन को विस्फोट विशेषज्ञ आनंद शर्मा के मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया। पुल को ध्वस्त करते समय क्षेत्र में मलबे या धूल को उड़ने से रोकने के लिए 6,500 मीटर चैनल लिंक, 7,500 वर्ग मीटर जियो-टेक्सटाइल, 500 रेत बैग और 800 वर्ग मीटर रबर मैट का इस्तेमाल किया गया। क्षेत्र के निवासियों को 200 मीटर के दायरे में इमारत से सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया था। पुल को गिराने से लेकर सड़क साफ करने तक संबंधित मशीनरी द्वारा 16 एक्सकेवेटर, चार डोजर, चार जेसीबी, 30 टिपर, दो ड्रिलिंग मशीन, 2 दमकल, 3 एंबुलेंस, 2 पानी के टैंकर और करीब 210 कर्मियों को लगाया गया था। पुल ध्वस्त करते समय आसपास के इलाकों में एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। इनमें 3 उपायुक्त, 4 सहायक आयुक्त, 19 पुलिस निरीक्षक, 46 सहायक पुलिस निरीक्षक एवं पुलिस उपनिरीक्षक और 355 पुलिसकर्मी शामिल हैं।