लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद से भाजपा अपनी यूपी सरकार बनाने के लिये काफी उत्सुक हो चुकी हैं। जिसे लेकर नई सरकार के शपथ-ग्रहण की तारीख तय कर दी गई है। 25 मार्च को शाम 4 बजे योगी आदित्यनाथ अपने सहयोगियों के साथ शपथ लेंगे। योगी के 2.0 की नई कैबिनेट के नाम भी लगभग तय कर दिए हैं।अब यह साफ हो गया है कि पहली सरकार की तरह ही इस बार भी योगी सरकार में डिप्टी सीएम रहेंगे।
दिनेश शर्मा की बदली जा सकती भूमिका
जानकारी के मुताबिक केशव प्रसाद मौर्य मंत्रिमंडल में पहले की तरह ही बने रहेंगे। डिप्टी सीएम रहे केशव प्रसाद भले ही विधानसभा चुनाव हार गए हो, लेकिन उनका अहम स्थान उनसे छिना नहीं जाएगा। कारण यह है कि भाजपा ओबीसी वर्ग को नजर अंदाज करने के सपा और अन्य विपक्षी दलों के आरोपों में नहीं घिरना चाहती है। हालांकि योगी सरकार के दूसरे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा की ही केवल भूमिका बदली जा सकती है। सूत्रों की माने तो पार्टी दिनेश शर्मा को सरकार की जगह संगठन में बड़ी भूमिका दे सकती है।
योगी मंत्रिमंडल पर छायेगा पीएम मोदी कैबिनेट का असर
योगी मंत्रिमंडल पर पीएम मोदी की कैबिनेट का असर दिखाई देगा। इस बार मंत्रिमंडल में करीब 20 नए चेहरे भी शामिल हो सकते हैं। दरअसल, पीएम मोदी चाहते है कि यूपी में पार्टी अगले 25 साल का नेतृत्व तैयार करे। मंत्रिमंडल में पढ़े-लिखे, प्रशासनिक और तकनीकी मामलों की समझ रखने वाले विधायकों को मौका मिले। जातीय-सामाजिक संतुलन साधने के साथ ही संबंधित जाति वर्ग के उन्हीं विधायकों को पहली प्राथमिकता दी जाए जो उच्च शिक्षित हों। पीएम के इस निर्देश के बाद नए विधायकों का पहले डेटा तैयार किया गया। इसके बाद नई टीम फाइनल हुई है।
स्वतंत्र देव सिंह का योगी सरकार में बदल जाएगा पद
बता दे योगी मंत्रिमंडल में पिछली सरकार में नॉन परफार्मर रहे मंत्रियों को दोबारा मंत्रिमंडल में शामिल करने से बचा जाएगा। इसके साथ ही कैबिनेट में अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के और विधायक शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का कद इ मंत्रिमंड़ल में बढ़ने की संभावना जाताई जा रही है। अनिल राजभर, रामपाल वर्मा और कल्याण सिंह के पोते संदीप सिंह को कैबिनेट में उतारने की बात कही गई है। अनिल राजभर उसी बिरादरी से आते हैं, जिससे ओमप्रकाश राजभर हैं। ऐसे में उनकी कैबिनेट में एंट्री से भाजपा एक बड़ा संदेश देगी।
वहीं राजेश त्रिपाठी को भी मंत्री बनाया जा सकता है। ब्राह्मण बिरादरी से श्रीकांत शर्मा, बृजेश पाठक जैसे नेता एक बार फिर से जगह पा सकते हैं। इसके अलावा, पीएम मोदी के करीबी पूर्व आईएएस एके शर्मा का भी मंत्री बनना तय माना जा रहा है।
भाजपा में 4 महिला मंत्रियों पर लगी मुहर
बताया जा रहा है कि नए मंत्रिमंडल में महिलाओं को भी तरजीह दी जाएगी। भाजपा का मानना है कि देश भर के चुनावों में उसकी सफलता में महिला मतदाताओं की अहम भूमिका रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी महिला मंत्रियों की संख्या मौजूदा चार से बढ़ाने की संभावना है। ऐसे में बेबी रानी मौर्य, प्रतिभा शुक्ला, अंजुला महौर, कृष्णा पासवान को भी मंत्री बनाया जा सकता है।
पुराने मंत्रियों में सिद्धार्थ नाथ सिंह, ब्रजेश पाठक, नंदगोपाल नंदी, सूर्य प्रताप शाही, रामपाल वर्मा, आशुतोष टंडन, मोहसिन रजा, अनिल राजभर और संदीप सिंह के नाम हैं। पूर्व आईपीएस असीम अरुण, राजेश्वर सिंह, राजेश त्रिपाठी, जितिन प्रसाद का भी मंत्री बनाया जाना तय माना जा रहा है।जो बेहद महत्वपूर्ण है।