शाहजहांपुर : थाना परौर क्षेत्र के एक गांव में दुष्कर्म पीड़ित ने मामले में पुलिस के कार्रवाई न किए जाने से आहत होकर बुधवार को केरोसिन छिड़ककर आग लगा ली। आग से उसका मासूम बेटा झुलस गया। बृहस्पतिवार शाम जिला अस्पताल में पीड़ित ने दम तोड़ दिया। एसपी डॉ. एस चन्नप्पा ने थानाध्यक्ष को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। टीबी पीड़ित महिला से इलाज के दौरान झोलाछाप ने दरिंदगी की थी। आरोप है कि घटना के बाद दो अन्य लोग भी उससे छेड़खानी करने लगे। इसकी शिकायत पीड़िता के पति ने पुलिस से की लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
महिला टीबी से ग्रसित थी।
उसका इलाज झोलाछाप विनय कुमार से चल रहा था। 18 अगस्त को रात नौ बजे उसने विनय को इंजेक्शन लगाने के लिए घर बुलवाया था। आरोप है कि झोलाछाप ने इस दौरान उसके साथ रेप किया। महिला ने मोबाइल पर दिल्ली में काम कर रहे पति को जानकारी दी। अगले दिन पति दिल्ली से लौटा तो उसने मामले की तहरीर पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद आरोपी डॉक्टर ने शिकायत करने पर उसे धमकाया।
आरोप है कि गांव के दो और लोग भी उसके साथ छेड़छाड़ करते थे। आहत होकर उसने बुधवार शाम को कमरे में केरोसिन छिड़ककर आग लगा ली। इसमें उसका चार वर्ष का बेटा झुलस गया। उसे यहां जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। सीओ जलालाबाद शिव प्रसाद दुबे ने महिला के पति के बयान दर्ज किए।
रेप पीड़ित के आत्मदाह के मामले में तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस पर लापरवाही के आरोपों की जांच की जा रही है। इसमें जो दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। – डॉ. एस चन्नप्पा, एसपी