सीतापुर। रेउसा थाना रेउसा इलाके में घर के आंगन में सो रहे एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में धारदार हथियार से गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई। जिसका शव गुरुवार की सुबह घर के आंगन में खून से लथपथ पड़ा मिला । युवक की हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। घटनास्थल पर लोंगो की भारी भीड़ जमा हो गयी । स्थानीय लोंगो के द्वारा घटना की सूचना पुलिस को दी गयी। आनन फानन में मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल कर शव को पीएम हेतु जिला मुख्यालय भेज दिया। रेउसा थाना क्षेत्र के खरौहां गांव निवासी मुंशी उर्फ रामचंदर (32) पुत्र हौसला प्रसाद विश्वकर्मा बुधवार की रात को भोजन कर अपने घर के आंगन में सोया हुआ था। जिसकी बुधवार की रात धारदार हथियार से गला रेतकर निर्मम हत्या कर घटना को अंजाम देकर आरोपी मौके से फरार हो गए।
पड़ोसियों द्वारा मृतक के घर में काफी खून देख घर उसके पहुंचे तो देखा घर कि आंगन में खून से लथपथ युवक का गला कटा शव बिस्तर के पास में कुछ ही दूरी पर पड़ा थां। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो जमीन को लेकर करीब एक दशक पूर्व मृतक के पिता हौसला प्रसाद विश्वकर्मा की भी घर में गला दबाकर हत्या हुई थी लेकिन पुलिस द्वारा हौसला प्रसाद की हत्या का खुलासा नहीं किया जा सका था। जिसके काफी दिनों बाद बुधवार की रात में हौसला प्रसाद के बेटे मुंशी उर्फ राम चंदर की धारदार गला रेतकर हत्या कर दी गयी। जिसका शव गुरुवार को घर के आंगन में पड़ा मिला। लोग चर्चा करते सुने गए कि यदि मृतक मुंशी उर्फ राम चंदर के पिता हौसला प्रसाद की हत्या का खुलासा पुलिस करती तो शायद दोबारा मुंशी की हत्या की घटना घटित न होती।
बताया जाता है कि लगभग चार वर्ष पूर्व मृतक युवक की शादी महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र के लखनीपुर गांव निवासिनी मोहनी देवी से हुई थी। पति-पत्नी में दो तीन दिन पहले किसी बात को लेकर विवाद हो गया था जिससे गुस्से में आकर पति मुंशी ने पत्नी की पिटाई कर दी थी। जिससे नाराज होकर पत्नी मोहिनी अपने भाई के साथ मायके चली गयी थी। गुरुवार की सुबह संदिग्घ परिस्थितियों में मुंशी का शव खून से लथपथ घर के आंगन में पड़ा मिला। रेउसा थाना प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि शव का पंचनामा भरकर पीएम हेतु जिला मुख्यालय भेज दिया गया है। मृतक युवक के परिवार के इटौरी गांव निवासी राम मनोहर के द्वारा तहरीर दी गयी है। पुलिस द्वारा गहन जांच पड़ताल की जा रही है।