राधारानी की ननिहाल में चरकुला नृत्य देख झूम उठे दर्शक

  • डीएम ने दीप प्रज्वलित कर कराया चरकुला नृत्य का शुभारंभ

भास्कर समाचार सेवा

मथुरा(गोवर्धन)राधारानी की ननिहाल गांव मुखराई में बृहस्पतिवार को विश्व प्रसिद्ध चरकुला नृत्य का आयोजन किया गया। मदन मोहन जी मंदिर से डीएम ने चरकुला में दीप प्रज्वलित किए। इसके उपरांत नृत्य करती हुई महिला चरकुला ग्राउंड पहुंची। जुग जुग जीओ गोरी नाचन हारी,,,,,,,,,,,,, आदि रसिया एवं नगाड़े की तान पर महिलाओं ने नृत्य की अद्भुद प्रस्तुति दी गईं। देश-विदेश से पहुंचे दर्शक आग के चलते दीपकों के अद्भुद चरकुला नृत्य की प्रस्तुति देख झूम उठे। इसके उपरांत रात में रागिनी का आयोजन किया गया।

मान्यता के अनुसार गांव मुखराई श्रीराधारानी की ननिहाल है। श्रीराधारानी की नानी मुखरा देवी के नाम पर पडे़ गांव के नाम के पीछे मान्यता है कि धेवती के जन्म की खुशी में मुखरा देवी ने रथ के पहिए पर दीपक जलाए और नृत्य किया था। उसी परंपरा के अंतर्गत होली के बाद चैत्रवदी दूज को गांव मुखराई में ब्राह्मण परिवार की महिलाएं अपने सिर पर सवा मन बजन के चक्र रूपी चरकुला में जलते 108 को सिर पर रख नृत्य करती हैं। बृहस्पतिवार को परंपरानुगत चरकुला नृत्य की प्रस्तुति मुखराई की महिलाओं द्वारा दी गई। ब्रज लोक कला फाउंडेशन के अध्यक्ष दानी ने बताया मुखराई के चरकुला नृत्य का महत्व
द्वापरयुगीन राधारानी के जन्म से जुड़ा है। होली के बाद दूज के दिन राधारानी के जन्म की खुशी में नानी मुखरा देवी ने रथ के पहिए पर 108 दीपकों का नृत्य कर रिझाया था। उसी परंपरा को गांव महिला निर्वाहन कर रही हैं। मंच का संचालन व्रज लोक कला फाउंडेशन के सचिव पंकज खंडेलवाल ने किया। सीओ राम मोहन शर्मा, इंस्पेक्टर नितिन कसाना, राघवेंद्र सिंह, विजेंद्र मुद्गल, भूपेंद्र चौधरी, कौशल, दीना शर्मा, श्याम सुंदर, घनश्याम मास्टर, रवि दुबे, मान पाल चौधरी, देवीराम, छीतरमल आदि उपस्थित थे।

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