पोलियो के प्रति अभी भी जागरूक रहने की आवश्यकता: प्रवीण कौशिक

भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। सीसीएसयू के समाजशास्त्र विभाग में 24 अक्टूबर को मनाये जाने वाले विश्व पोलियो दिवस के उपलक्ष्य में गुरुवार को कोर पीसीआई सार्ड और समाजशास्त्र विभाग द्वारा एक सिमपोजियम आयोजित किया गया, जिसमें विभागाध्यक्ष प्रोफेसर योगेन्द्र सिंह, आर्टस डीन प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहनी, प्रोफेसर आलोक कुमार, डा. नेहा गर्ग, डा. अजीत सिंह, वाईपी सिंह, सोनल भूषण, कोर पीसीआई सार्ड डीएमसी प्रवीण कौशिक, बीएमसी परविन्द, बीएमसी मोनिका एमएमडब्ल्यू और एमए सोशियोलोजी के छात्र मौजूद रहें।

इस कार्यक्रम के दौरान प्रवीण कौशिक ने प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया, विश्व पोलियो दिवस क्यों मनाया जाता है और स्वास्थ्य विभाग और उनकी सहयोगी संस्थाओं ने किस तरह से भारत देश को पोलियो मुक्त करने के लिए संघर्ष किया। जब समाज में अधिकांश भाग अपने बच्चों को पोलियो की खुराक पिलवाने के लिए विरोध करते थे लेकिन, इसके बाद भी समुदाय को लगातार जागरूक किया जाता रहा और वह समय आ ही गया जब हमारे देश में पोलियो का आखिरी केस 13 जनवरी 2011 में आया और 27 मार्च 2014 को डब्ल्यूएचओ के द्वारा हमारे देश को पोलियो मुक्त प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। अभी विश्व में पोलियो की स्थिति से अवगत कराया, जिसमें बताया कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में लगातार पोलियो के केस आ रहे है और मलावी, मोजाम्बिक जैसे देश जिसमें कई सालों बाद पोलियो के केस आये। इसलिए हम सभी को जागरूक रहने की आवश्यकता है, कही फिर से हमारा देश पोलियो मुक्त का गौरव न खो दे।
विभागाध्यक्ष प्रोफेसर योगेन्द्र सिंह ने इस कार्यक्रम की सराहना की और अपने विचारों से सभी छात्रों को अवगत कराया कि किस तरह से हमारे देश को पोलियो मुक्त कराया गया, जिसमें आप सभी के द्वारा समुदाय को हमेशा जागरूक करने का कार्य करना चाहिए। कोर पीसीआई सार्ड द्वारा प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार हर्षिता, काजल और मीनाक्षी को दिया गया तथा अन्य सभी छात्रों को भी सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।

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