तीनों सेना प्रमुखों से मिले प्रधानमंत्री, अग्निपथ योजना पर हुई चर्चा

  • वरिष्ठता के हिसाब से एक के बाद अलग-अलग हुई 30 मिनट तक मुलाकात
  • प्रधानमंत्री को अग्निपथ योजना और उसके क्रियान्वयन के बारे में जानकारी दी

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार शाम को तीनों सेना प्रमुखों से अलग-अलग मुलाकात करके अग्निपथ योजना पर चर्चा की। अग्निपथ योजना को लेकर एक तरफ सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया तो दूसरी तरफ बवाल जारी है। इसीलिए इस योजना पर बातचीत करने के लिए तीनों सेना प्रमुखों ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की।

मंगलवार शाम को पीएम आवास पर वरिष्ठता के हिसाब से एक के बाद अलग-अलग 30 मिनट तक हुई मुलाकात में सैन्य अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को अग्निपथ योजना और उसके क्रियान्वयन के बारे में जानकारी दी। अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना की घोषणा 14 जून को की गई थी जिसके बाद से देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। इसी के बाद सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों के साथ आज शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अलग-अलग बैठक की। प्रधानमंत्री आवास पर हुई इन बैठकों में अग्निपथ योजना के बारे में चर्चा की गई। वरिष्ठता के लिहाज से सबसे पहले नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार पीएम आवास पहुंचे। नौसेना प्रमुख से मुलाकात खत्म होने के बाद वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी पीएम से मिलने पहुंचे और सबसे आखिर में थलसेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे से प्रधानमंत्री ने मुलाकात की।

प्रधानमंत्री मोदी ने तीनों सेना प्रमुखों से अलग-अलग 30 मिनट तक मुलाकात की। इस दौरान सेना प्रमुखों ने उन्हें अग्निपथ योजना और उसके क्रियान्वयन के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक से पहले सेना के तीनों अंग यानि थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया को लेकर एक बार फिर साझा प्रेस कांफ्रेंस की। भर्ती प्रक्रिया के बारे में आशंकाओं के बीच सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में कोई भी बदलाव नहीं होगा।

एक दिन पहले ही बेंगलुरु में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि शुरू में कोई नया फैसला बुरा लग सकता है लेकिन ये कदम देश को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने अग्निपथ योजना या फिर किसी भी विरोध प्रदर्शन का जिक्र नहीं किया था। अग्निपथ योजना के बारे में रक्षा मंत्रालय के साथ एनएसए अजीत डोभाल ने भी आज स्पष्ट कर दिया है कि इस योजना को वापस नहीं लिया जाएगा। तीनों सेना के प्रमुख और रक्षा मंत्रालय कई बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुके हैं और सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि अग्निपथ को लेकर विवाद थम जाए।

तीनों सेनाओं में भर्ती की नई ‘अग्निपथ योजना’ पर मचे देशव्यापी बवाल के बीच 24 जून से सेना में ‘अग्निवीरों’ की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का ऐलान किया गया है। सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए 01 जुलाई को अधिसूचना जारी होगी। इसके बाद युवा पंजीकरण शुरू कर सकते हैं। सेना में भर्ती के लिए जारी नोटिफिकेशन के हिसाब से 6 कैटिगरी में भर्तियां होंगी। इसमें अग्निवीर जनरल ड्यूटी, अग्निवीर टेक्निकल, अग्निवीर क्लर्क, अग्निवीर ट्रेड्समैन शामिल हैं।
इसी तरह नौसेना ने 25 जून तक विज्ञापन निकालने के बाद एक महीने के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का ऐलान किया है। नेवी के अग्निवीर का पहला बैच 21 नवंबर को आईएन एसचिल्का ओडिशा में रिपोर्ट करना शुरू कर देगा। नौसेना में महिला अग्निवीरों की भी भारती की जाएगी। भारतीय वायुसेना में 24 जून से अग्निवीरों का पहला बैच लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। ऑनलाइन सिस्टम पर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा। एक महीने बाद 24 जुलाई से पहले चरण की ऑनलाइन परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। दिसंबर के अंत तक अग्निवीर के पहले बैच को वायुसेना में शामिल कर लिया जायेगा। इसके बाद 30 दिसंबर से पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी।

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