राजीव शर्मा,
अलीगढ़। ढाई वर्ष की बालिका की हत्या के बाद आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। सुरक्षा के व्यपक व्यवस्था के बावजूद हिंदू वादी संगठन ने रविवार को यमुना एक्सप्रेस पर जाम लगाय। प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर विहिप नेता साध्वी प्राची को सीमा के बाहर रोक दिया गया। अनहोनी के बीच प्रशासन ने इलाके में पुलिस के साथ आरएफ, पीएसी और कई थानो की पुलिस तैनात है। एक समुदाय के मन में डर है। वे इलाके को छोड़ कर जा रहे है।
घटना का मुख्य आरोपी फरार है। इसकी गिरफ्तारी अभी तक नही हुई है। इसके विरोध में लोगों ने जाम लगा दिया। कुछ वाहनो को तोडफ़ोड़ किया। प्रशासन में हड़कंप मच गया। लोगों ने महापंचायत बुलायी। पुलिस ने इस महापंचायत को नहीँ होने दिया। इस बीच पुलिस का एक कर्मचारी घायल हो गया। इस घटना पर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि सरकार ने एसआईटी का गठन कर जांच शुरू कर दी है। जांच पीड़ित परिवार की इच्छा के अनुसार होंगी।
इस बीच अलीगढ़ में ढाई साल की जिस मासूम बच्ची की निर्मम हत्या की गई, उसके पिता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने से इनकार कर दिया है। पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दफ्तर से बुलावा भेजा गया था, जिस पर उन्होंने इनकार कर दिया।रविवार को एसडीएम पीड़ित परिवार के घर पहुंचे थे, जहां उन्होंने उन लोगों की लिस्ट मांगी, जो मुख्यमंत्री योगी से मिलने जाएंगे. लेकिन बच्ची के पिता ने कहा कि अभी वह या उनका परिवार मुख्यमंत्री से मिलने नहीं जा सकता. उन्होंने आरोपियों को फांसी देने की मांग की।
एएमयू में कैंडल मार्च निकाला
एएमयू में टप्पल की घटना पर रोष जताया। अपराधियों को फांसी दिलाने की मांग की। कहा कि कुछ लोग इस घटना पर भी राजनीति कर रहे है। मुस्लिम समुदाय को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। इस घटना पर हम पीड़ित परिवार के साथ है। इस मौके पर आसिफ अली आदिल फारूकी, आकिब खुर्शीद, मोहम्मद फराज आदि मौजूद रहे।
बन्द रहे बाजार
घटना के विरोध में कई कस्बा और शहर के बाजार बंद रहे। लोगों ने जुलूस निकाला। शहर में रामलीला मैदान पर ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष रामकुमार भारद्वाज ने कहा कि हत्यारों को फ़ांसी पर लटकाया जाय।