नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली में चौदह फरवरी तक तेलुगु देशम पार्टी के नेता व आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू तथा तृणमूल कांग्रेस की सर्वेसर्वा व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खबरों के केन्द्र में बने रहेंगे।
Delhi: Former Prime Minister & Congress leader Manmohan Singh at Andhra Pradesh CM N Chandrababu Naidu's day-long fast, at Andhra Pradesh Bhawan. pic.twitter.com/wEym76Hftk
— ANI (@ANI) February 11, 2019
चंद्रबाबू नायडू केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा अपने राज्य आंध्रप्रदेश के विकास के लिए फंड नहीं देने, राज्य के साथ सौतेला व्यवहार करने, समस्याओं की अनदेखी करने के मुद्दे पर 11 फरवरी को आंध्रप्रदेश भवन पर 12 घंटे का धरना देने के बाद उनका 12 फरवरी को विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात और भाजपा विरोधी मोर्चा को मजबूत आकार देने का कार्यक्रम है। इस बारे में देतेपा सांसद शिवप्रसाद का कहना है कि हमारे नेता चंद्रबाबू के धरने का देश की जनता में अच्छा संदेश गया है। विपक्षी दलों के नेताओं ने उनको फोन करके समर्थन किया है। कई दलों के सांसद उनसे मिलने धरना स्थल पर भी आए थे। इससे विपक्षी दलों की एकजुटता का माहौल बनने लगा है।
Delhi: Andhra Pradesh and Telugu Desam Party chief CM N Chandrababu Naidu & other leaders at 'Dharma Porata Deeksha' – his daylong hunger strike against central govt over the issue of special status to Andhra Pradesh. pic.twitter.com/HVJd0i4lba
— ANI (@ANI) February 11, 2019
चंद्रबाबू के धरना और अन्य दलों के नेताओं से मिलने के कार्यक्रम के बाद 13 व 14 फरवरी को ममता बनर्जी का “संविधान बचाओ” धरना है । उसमें अन्य विपक्षी दलों के नेता भी जाएंगे। इस बारे में तृणमूल के सांसद डेरेक ओ ब्रायन का कहना है कि लगभग सभी विपक्षी दलों के नेताओं से बात हो गई है। उन सभी से पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी की मुलाकात होगी।
Delhi: Congress President Rahul Gandhi at the Andhra Pradesh CM N Chandrababu Naidu's day-long hunger strike against the central government. pic.twitter.com/rKCjz9wz2l
— ANI (@ANI) February 11, 2019
ब्रायन का कहना है कि धरने का मुख्य मुद्दा केंद्र सरकार द्वारा प्रादेशिक पार्टियों को दबाने और उनके नेताओं के विरूद्ध सीबीआई, ईडी, आयकर जैसी केन्द्रीय जांच एजेंसियों को लगाने का रहेगा। इसका विरोध करके “संविधान बचाओ” धरना के मार्फत सभी विपक्षी दलों को भाजपानीत केन्द्र सरकार, उसके नेताओं व उनके इशारे पर काम कर रहे केन्द्रीय जांच एजेंसियों के अफसरों के विरूद्ध एकजुट होकर जनता को जागरूक करने का माहौल बनाया जाएगा।