UP चुनावों के लिए शिवसेना ने भी कसी कमर, संजय राउत ने किया ये बड़ा ऐलान

 उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों (UP election) में शिवसेना भी मैदान में उतरने वाली है। लेकिन पार्टी की प्रदेश इकाई और नेशनल इकाई में आपसी तालमेल को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि शनिवार को शिवसेना की उत्तर प्रदेश की कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला लिया गया कि पार्टी यूपी की सभी सीटों पर (all seats in UP) चुनाव लड़ेगी, वहीं दूसरी ओर शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने रविवार को कहा है कि पार्टी प्रदेश में 100 सीटों पर ही चुनाव लड़ेगी।

शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि हम उत्तर प्रदेश की कुल 403 सीटों में से करीब 100 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। वहीं गोवा (Goa) में हम 20 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और गठबंधन भी कर सकते हैं। गुजरात में विजय रूपाणी (Vijay Rupani) के इस्तीफे पर जब उनसे पूछा गया तो राउत ने कहा कि यह उनका आंतरिक मामला है। 

शिवसेना (Shivsena) ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया। उत्तर प्रदेश की कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला लिया गया। यूपी में जंगलराज बताते हुए पार्टी ने कहा है कि शिवसेना सभी सीटों पर प्रत्याशी (candidate) उतारकर बीजेपी को सभी सीटों पर सबक सिखाएगी।इसके साथ ही पार्टी ने सभी विधानसभाओं में संगठन को मजबूत करने के लिए कोऑर्डिनेटर (co-ordinator) नियुक्त करने की बात कही है। पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जल्द ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चुनाव और संगठन की रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

शनिवार को शिवसेना प्रदेश कार्यालय (state office) की ओर से जारी बयान में कहा गया कि प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर अनिल सिंह (Thakur Anil Singh) ने कहा कि यूपी सरकार कानून व्यवस्था पर फेल हो चुकी है। प्रदेश में जंगलराज है। बहन बेटियों की अस्मत लूटी जा रही है। 

साथ ही सरकार ब्राह्मणों (Brahmins) के साथ गलत व्यवहार कर रही है। कोविड में लाशों को जलाने का साधन नहीं मिला। शिवसेना नेता ने यह भी कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी और महंगाई (unemployment and infiltration) है। नौजवान पलायन को मजबूर हैं। शिवसेना प्रदेश की आवाज बन जनता के बीच जाएगी। शिवसेना सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारकर बीजेपी को सबक सिखाएगी।

बता दें कि उत्तरप्रदेश में अगले वर्ष होनेवाले विधानसभा चुनावों को लेकर माहौल धीरे-धीरे गरमा रहा है। राजनीतिक दल (political parties) गोटियां फेंक रहे हैं। नए मोहरे आ रहे हैं तो छँटनीग्रस्त मोहरों को लपकने की होड़ भी चल रही है। मुख्य दलों के अलावा कई छोटे दलों ने भी मैदान में उतरने की घोषणा कर बड़े-बड़े धुरंधरों का चुनावी गणित भी उलझा दिया है। 

उधर बयानों के भी खूब गोले दागे जा रहे हैं। चुनावों को लेकर सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) भी खासे आक्रामक हैं। ने मुख्तार अंसारी को गरीबों का मसीहा बताया है। साथ ही उन्होंने उन्हें मनमाफिक सीट देने का ऑफर दिया है। ओमप्रकाश राजभर ने कहा, “मैं उन्हें अपराधी नहीं मानता हूं। जब तक अदालत से सजा नहीं मिल जाए तब तक हम उन्हें कैसे अपराधी बोल सकते हैं”?

ओमप्रकाश राजभर बीजेपी (BJP) के विरुद्ध खासे आक्रामक हैं और प्रतिदिन बयानों के तीर छोड़ रहे हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री और सुभासपा (SBSP) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मुसलमान (muslim) होने के कारण मुख्तार अंसारी सभी के निशाने पर हैं। राजभर ने कहा कि संसद और यूपी विधानसभा में बैठे आधे से ज्यादा सांसद और विधायक अपराधी हैं।

वहैं, इटावा (Etava) में जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र के ताखा में अधिकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजभर ने कहा कि विधानसभा चुनाव में योगी (Yogi Adityanath) को लोग सत्ता से बेदखल कर देंगे। मुख्तार को लेकर मायावती का बिना नाम लिए राजभर ने उन पर हमला किया। राजभर ने कहा कि बसपा ने पवन पांडेय को टिकट देने की बात कही है। पवन पांडेय क्या अपराधी नहीं है।

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