UP में कोरोना रोकने के लिए सख्ती : 13 जिलों में भेजे गए नोडल अफसर, केजीएमयू के 26 और डॉक्टर, दो सीनियर आईएएस भी पॉजिटिव

उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमण के 8490 नए मामले आए हैं जबकि 39 लोगों की ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। महामारी शुरू होने के बाद से सूबे में एक दिन में मिले संक्रमितों की यह सबसे बड़ी संख्या है। इससे पहले यूपी में 11 सितंबर को एक दिन में सबसे ज्यादा 7,103 कोरोना संक्रमित मिले थे। प्रदेश में अब वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 654404 हो गई है।

वहीं दूसरी तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ ने 13 अफसरों को सबसे ज्यादा संक्रमित जिले में नोडल बनाकर भेजा है। यह अफ़सर जिलों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कार्यालय सभी नोडल अफसरों से कोरोनावायरस के रोकथाम के संबंधित किए जा रहे बचाव कार्य की निगरानी करेगा।

केजीएमयू के 26 और डॉक्टर तो दो सीनियर आईएएस भी हुए पॉजिटिव
राजधानी लखनऊ में 2369 नए केस मिले हैं जिसमें 11 मौतें हुई हैं। मरने वालों की संख्या लख़नऊ में 1265 पहुंच गई हैं। वहीं केजीएमयू के न्यूरोसर्जरी विभाग में 26 डॉक्टर और कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए हैं। केजीएमयू के वीसी समेत 40 केजीएमयू के डॉक्टरों के पॉजिटिव आने के बाद 153 का टेस्ट हुआ जिसमें 3 फैक्लटी, 5 रेसिडेंट्स डॉक्टर, 18 स्टाफ शामिल हैं। इसके अलावा अपर प्रमुख सचिव माध्यमिक आराधना शुक्ला व उनके पति आईएएस प्रदीप शुक्ला भी कोरोना से संक्रमित हुए हैं।

वहीं पोस्टमार्टम हाउस के अंदर 5 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 से संक्रमित 39 और लोगों की मौत हो गई।

उन्होंने बताया कि इन नई मौतों को मिलाकर राज्य में इस घातक वायरस के चलते अपनी जान गंवाने वाले लोगों का आंकड़ा बढ़कर 9003 हो गया है। राज्य में अब तक 654404 लोग संक्रमित हो चुके हैं, हालांकि इनमें से 606063 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। प्रसाद ने बताया कि राज्य में इस वक्त 39338 मरीज उपचाराधीन हैं और इनमें से 50% मामले सिर्फ 4 जिलों लखनऊ, प्रयागराज 1040, वाराणसी 794 और कानपुर नगर 368 केस से हैं।

नोडल अधिकारी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए अपने स्तर से लेंगे निर्णय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बड़ी पहल की है। सीएम योगी के निर्देश पर वरिष्ठ अफसरों को 13 जिलों में नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किया गया है। ये सभी नोडल अधिकारी 15 दिनों तक संबंधित जिले में रुक कर डीएम के साथ समन्वय स्थापित करेंगे और कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाएंगे। इनकी निगरानी मुख्यमंत्री कार्यालय करेगा।

सीएम योगी ने टीम-11 के अधिकारियों के साथ 100 से अधिक संक्रमित वाले जिलों या 500 एक्टिव केस वाले जिलों की विशेष रूप से समीक्षा की थी और इन जिलों में एक-एक वरिष्ठ अधिकारी भेजने का निर्देश दिया था। सीएम योगी प्रदेश में फैल रहे कोरोना संक्रमण को लेकर काफी गंभीर हैं।

उन्होंने अस्पतालों में बेडों की संख्या और उपचार की व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उनके निर्देश पर प्रदेश में कई जिलों में डीएम स्तर से नाईट कर्फ्यू के आदेश जारी किए गए हैं। सीएम योगी के निर्देश के बाद गुरुवार को इन 13 नोडल अधिकारियों की तैनाती के आदेश दे दिए गए हैं। सीएम योगी ने नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिले में मरीजों के उपचार और कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी निर्णय अपने स्तर से लेंगे और उसे लागू करवाएंगे।

ये है नोडल अधिकारियों की सूची
अपर मुख्य सचिव मुकुल सिंघल ने बताया कि विपिन कुमार जैन, विशेष सचिव, नगर विकास को लखनऊ का नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसी तरह अंजनी कुमार सिंह निदेशक, राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद को कानपुर नगर, आलोक सिंह अपर निदेशक सूडा को प्रयागराज, अमनदीप हुली अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रेटर नोएडा को गाजियाबाद, रवींद्र सिंह अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को गौतमबुद्धनगर का नोडल अधिकारी बनाया गया है।

संदीप कुमार मुख्य कार्यपालक अधिकारी भदोही को वाराणसी, प्रवीण मिश्रा मुख्य कार्यपालक अधिकारी को मेरठ, पवन अग्रवाल मुख्य कार्यपालक अधिकारी को गोरखपुर, अनिल कुमार सिंह विशेष सचिव गृह तथा कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग को झांसी, अरविंद कुमार चौहान सचिव को आगरा, मनोज कुमार-द्वितीय निदेशक कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार विभाग को सहारनपुर, मनोज कुमार विशेष सचिव उच्च शिक्षा विभाग को बरेली, डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी विशेष सचिव नगर विकास विभाग को मुरादाबाद का नोडल अधिकारी बनाया गया है।

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