नई दिल्ली । विश्व हिंदू परिषद ने बुधवार को यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि वह राम मंदिर को लेकर लोगों का इंतजार समय कम करें और इस मुद्दे पर लोकसभा में संसद में कानून लाकर मंदिर निर्माण का रास्ता साफ करें। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने विहिप कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि परिषद का स्पष्ट मत है कि हिंदू समाज इस विषय पर अनंत काल तक इंतजार नहीं कर सकता। इसके लिए सरकार को संसद में कानून लाना चाहिए|
Vishva Hindu Parishad: Hindu society cannot be expected to wait till eternity for a court decision, only way forward is to enact a legislation clearing the way for the construction of a grand temple at the Ram janmbhoomi. pic.twitter.com/mCSEJ3vgm2
— ANI (@ANI) January 2, 2019
जब तक सरकार ऐसा नहीं करती विहिप जन जागरण का कार्यक्रम जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के विषय पर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुंभ के दौरान 31 जनवरी को संतों की बैठक आयोजित की गई है। इस बैठक में जो भी निर्णय होगा उससे विहिप की आगे की रणनीति तय होगी। विहिप नेता ने कहा कि उन्होंने इस विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कल आया साक्षात्कार देखा है। उन्हें लगता है कि अब प्रतीक्षा की अवधि काफी लंबी हो गई है। उच्चतम न्यायालय भी मामले को गंभीर न मानते हुए आगे टाल रहा है।
ऐसे में सरकार को अपनी ओर से प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर विहिप को प्राइवेट मेंबर बिल स्वीकार्य नहीं है। विहिप इसका समाधान चाहती है| इसके लिए सरकार को अपनी ओर से विधेयक संसद में लाना चाहिए। विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री के बयान के बावजूद वह मानते हैं कि उनका प्रयास जारी रहना चाहिए। लोकतंत्र में समाज के लोग मिलकर सरकार की सोच बदलने का प्रयास कर सकते हैं| वह उसी दिशा में काम कर रहे हैं। कांग्रेस के मुद्दे को लटकाने के विषय पर आलोक कुमार ने कहा कि कपिल सिब्बल ने सीधे तौर पर उच्चतम न्यायालय में राम मंदिर के मुद्दे को 2019 के चुनावों तक टालने की अपील की थी। विहिप हमेशा से मानती आई है कि कांग्रेस मुद्दे को टालना चाहती है।