WHO प्रमुख ने कहा, ‘ Corona अंतिम महामारी नहीं, दुनिया को आगे के संकट के लिए होना होगा तैयार’

पिछले एक साल से पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही है. इस बीमारी के दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पर सवाल खड़े हुए थे. अमेरिका समेत कई देशों ने आरोप लगाया कि डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने चीन के साथ मिलकर कोरोना वायरस को पूरी दुनिया में फैलने दिया. विवाद यहां तक बढ़ा कि अमेरिका ने डब्ल्यूएचओ से किनारा कर लिया. अब डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने एक फिर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस दुनिया के लिए अंतिम महामारी संकट नहीं है. टेड्रोस ने कहा कि अगर हम जलवायु परिवर्तन और पशु कल्याण को लेकर हल नहीं ढूंढ पाते, तो मानव स्वास्थ्य को बेहतर करने वाले हमारे सभी प्रयास व्यर्थ साबित होंगे. 

टेड्रोस ने कहा कि हम पैसे के इस्तेमाल से इस तरह की महामारी के प्रकोप को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, जो ‘खतरनाक ढंग से एक अदूरदर्शी’ तरीका है.

डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि लोग खतरनाक रूप से अदूरदर्शी हैं. वो कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए पानी की तरह पैसा बहा रहे हैं. लेकिन ऐसा कुछ नहीं कर रहे जिससे आने वाली महामारी के लिए तैयार हो सकें.

टेड्रोस ने कहा कि लोगों को कोविड-19 महामारी से सीख लेनी चाहिए. एक लंबे अरसे से दुनिया डर और लापरवाही के चक्र में रहकर ही काम करती रही है. हम एक महामारी पर पैसे खर्च करते हैं, फिर जब वो खत्म हो जाती है, तो भूल जाते हैं और आने वाले संकट के लिए कोई तैयारी नहीं करते. ये समझना बहुत मुश्किल है कि हमारी सोच ऐसी क्यों हैं, हम आगे के बारे में क्यों नहीं सोच पाते?

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